Edited By Ekta, Updated: 12 Sep, 2019 02:34 PM
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राणा ने कहा है कि राज्य में बीजेपी की डबल इंजन वाली सरकार फेल हो गई है। एक तो पहले से ही इंजनों के मुंह विपरीत दिशा में थे दूसरे अब इनका ईंधन भी पूरी तरह समाप्त हो गया है। नतीजा यह है कि जनता बीजेपी को सत्ता सौंपकर...
जालंधर (संकुश): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राणा ने कहा है कि राज्य में बीजेपी की डबल इंजन वाली सरकार फेल हो गई है। एक तो पहले से ही इंजनों के मुंह विपरीत दिशा में थे दूसरे अब इनका ईंधन भी पूरी तरह समाप्त हो गया है। नतीजा यह है कि जनता बीजेपी को सत्ता सौंपकर खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है और जनता की इस निराशा की झलक जयराम सरकार को आने वाले उपचुनाव में मिल जाएगी। प्रदेश में कोई बड़ा काम नहीं हुआ। दृष्टिपत्र पर बीजेपी की अपनी ही दृष्टि नहीं पड़ रही और लोगों को भी नजर नहीं आ रहा कि इन्होने आखिर नया क्या किया। पंजाब केसरी से खास बातचीत में राजेंद्र राणा ने कहा कि जयराम सरकार महज हवा में बातें कर रही है।
प्रदेश सरकार बड़े जोर शोर से इन्वेस्टर मीट का प्रचार कर रही है। सरकार का दावा है की 85 हज़ार करोड़ का इन्वेस्टमेंट लाएंगे। हम निवेश का स्वागत करते हैं लेकिन बड़ा सवाल यह है कि मंदी के मारे पूरे देश में उद्योगिक तंत्र तालाबंदी की तरफ जा रहा है। तो कैसे ऐसे माहौल में निवेश आएगा। कहीं ऐसा न हो कि निवेश की आड़ में हिमाचल को बेच दिया जाए। हालांकि कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी और पार्टी बारीकी से इस पर नज़र रखे हुए है। उन्होंने यह भी कहा कि हालिया झटकों से कांग्रेस ने यह समझ लिया है कि आपसी फूट से बाहर निकलना होगा। इसलिए पार्टी अब एकजुट होकर आगे बढ़ रही है और उसके बेहतर परिणाम आप हिमाचल और देश दोनों जगह देखेंगे।
अनुराग कराएं कर्जमुक्त
राजेंद्र राणा ने केंद्रीय वित्त राजयमंत्री अनुराग ठाकुर पर भी अपने ही अंदाज में टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर बाकी काम छोड़ें प्रदेश को कर्ज़े से मुक्ति दिलाएं। कोई आर्थिक पैकेज उनको दिलवाना चाहिए। जबकि वस्तुस्थिति यह है कि अनुराग के ड्रीम प्रोजेक्ट रेल विस्तार को राज्य सरकार ही पैसा देने से मुकर गई है। राणा के मुताबिक अनुराग ठाकुर महज घोषणाएं करते हैं। उनकी बतौर सांसद यह आदत बानी जो अब मंत्री बनने के बाद भी जारी है। बेहतर होगा अनुराग ठाकुर अब कुछ करके दिखाएं क्योंकि अब उनके पास मौका है। लेकिन वो कुछ कर पाएंगे इसकी उम्मीद हमें कम ही है।
पंजाब के नशाफरोश हिमाचल में सक्रिय
राजेंद्र राणा ने कहा है कि जबसे पंजाब में नशा बेचने वालों पर शिकंजा कैसा है वहां के नशे के सौदागर हिमाचल में सक्रिय हो गए हैं। सरकार को इसपर ध्यान देना होगा। नशे के सौदागर किसी के सगे नहीं हैं। वे समाज के दुश्मन हैं। उनसे मिलकर निपटना होगा। लेकिन दुःख यह है कि आज बीजेपी के ही लोगों के खासमखास नशफरोशी में पकड़े जा रहे हैं। हमीरपुर में बीजेपी के बड़े नेता के करीबी को पकड़ा गया है। इसे रोकना जरूरी है। खनन दुसरी बड़ी समस्या है। बीजेपी इस मसले पर बुरी तरह फेल हुई है। जबकि ये लोग उल्टे हम पर आरोप लगाते थे तो अब बताएं कि क्या कर रहे ??
अपना वेतन सामजसेवी संस्था में लगा देता हूं
विधायकों के भत्तों को लेकर उमड़े आक्रोश पर भी राजेंद्र राणा ने खुलकर अपना पक्ष रखा। उनके मुताबिक वे अपना सारा वेतन और भत्ता अपनी समाज सेवी संस्था को दे देते हैं। उलटे इसके अतिरिक्त अपनी जेब से भी संस्था में पैसा और संसाधन लगाते हैं। उस लिहाज़ से उनके स्तर पर यह कोई इशू नहीं है। लेकिन उन्होंने माना कि सरकार मामले को स्पष्ट नहीं कर पाई और तब तक जनता में आक्रोश फ़ैल गया।
मोदी सरकार के सौ दिन शिगूफों की हवा निकालने वाले साबित हुए
राजेंद्र राणा ने कहा कि वर्तमान मोदी सरकार के पहले सौ दिन निराशाजनक साबित हुए हैं। कोई दिशा और दशा इस सरकार की नज़र नहीं आई। देश की जीडीपी तेज़ी से गिरी है। लाखों लोगों की नौकरियां जा रही हैं लोग हताश हैं, लेकिन सरकार को कुछ पता नहीं चल रहा है। कांग्रेस कार्यकाल में दस साल में रिजर्ब बैंक से बीस हज़ार करोड़ लिया गया था। मोदी सरकार ने पहले पांच साल में 54 हज़ार करोड़ उठाया और अब एक लाख 76 हज़ार करोड़ ले लिए। ऐसे में तो देश का रिजर्व ख़त्म हो जायेगा। फिर कौन देश में निवेश करने आएगा। साफ़ है कि नोटबंदी और जीएसटी जैसी योजनाएं विफल रही हैं जिनके दुष्प्रभाव से देश आहत है।