Edited By Kuldeep, Updated: 13 Apr, 2025 06:12 PM

भरमौर के गांव कुगती में स्थित कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट 134 दिनों के बाद रविवार को खोल दिए गए। बता दें कि 30 नवम्बर, 2024 को यह कपाट बंद हुए थे।
भरमौर (उत्तम): भरमौर के गांव कुगती में स्थित कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट 134 दिनों के बाद रविवार को खोल दिए गए। बता दें कि 30 नवम्बर, 2024 को यह कपाट बंद हुए थे। मंदिर के कपाट खोलने से पहले हवन ,कीर्तन तथा कपाट पूजन किया गया। तमाम धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन करते हुए विधिवत रूप से इस परंपरा का निर्वहन किया गया। अब 30 नवम्बर तक कपाट विधिवत खुले रहेंगे। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु जगराते, नुवाले, हवन-पूजा कर सकेंगे।
भरमौर के स्वयंसेवी तिलक शर्मा द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया। कपाट खुलने के समय इस बार रिकॉर्ड श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। उधर, भरमाणी माता मंदिर के कपाट भी रविवार को ही श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। इस अवसर पर ग्राम सुधार कमेटी सचूई द्वारा मां भरमाणी मंदिर में कपाट खुलने पर भंडारे का आयोजन किया गया। कमेटी के प्रधान ओम प्रकाश पखरेटिया ने बताया कि हर साल बैसाखी को हवन-यज्ञ कर भंडारा, कीर्तन, भजन एंचली गायन के साथ देवी मां से आगामी वर्ष के लिए सुख-समृद्धि एवं भरपूर फसल होने की कृपा मांगी जाती है। इस दिन पंचायत सचूई के अतिरिक्त दूरदराज के श्रद्धालु भी मां भरमाणी के दरबार में शीश नवाने पहुंचते हैं।
इस अवसर पर कमेटी सदस्यों जीवन, दीपा, पवन रहान, पवन फगण, देस राज, रिंकू, गगन, मदन, दीनू, महिंद्र, प्रीतम, पुरुषोतम, सक्का, फौजी, बीरू, भीगा, किशोरी, प्रवीण, शाम सिंह, चैन सिंह एवं पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी उनकी धर्म पत्नी सावित्री भरमौरी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। भरमौर के सभी देवस्थलों के कपाट हर वर्ष वैशाखी के दिन ही खुलते हैं, इसमें कार्तिकेय मंदिर कुगती, भरमाणी माता, इन्द्रू नाग क्वार्सी, दिगनपाल मंदिर बड़ग्राम, बुहारी मंदिर खानबग्गा तथा माता मुराली मंदिर कुगती शामिल हैं।