Edited By Vijay, Updated: 17 Aug, 2025 07:04 PM

ब्रिटिश नौसेना (रॉयल नेवी) में पहली बार 148 नए अधिकारियों में एक गैर-ईसाई चैपलिन की नियुक्ति हुई है और यह ऐतिहासिक गौरव मिला है भारतीय मूल के भानु अत्री को।
कसौली: ब्रिटिश नौसेना (रॉयल नेवी) में पहली बार 148 नए अधिकारियों में एक गैर-ईसाई चैपलिन की नियुक्ति हुई है और यह ऐतिहासिक गौरव मिला है भारतीय मूल के भानु अत्री को। हिमाचल प्रदेश के कसौली से ताल्लुक रखने वाले 39 वर्षीय भानु अत्री को हिंदू मल्टी-फेथ चैपलिन के रूप में चुना गया है। यह पद हासिल करने के लिए भानु ने कड़ी मेहनत की। उन्होंने 6 सप्ताह का अधिकारी प्रशिक्षण, 4 सप्ताह समुद्र में फ्रिगेट एचएमएस आयरन ड्यूक पर और 3 सप्ताह सैन्य चैपलिन की भूमिका पर केंद्रित प्रशिक्षण पूरा किया।

अपनी इस उपलब्धि पर भानु अत्री ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि रॉयल नेवी में पहला हिंदू मल्टी-फेथ चैपलिन बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह न केवल हिंदू समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व है, बल्कि यह रॉयल नेवी की विविधता और समावेशिता के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने पिता राम गोपाल अत्री और माता लीना माधुरी अत्री को दिया। भानु ने कहा कि उनकी शिक्षा, प्रेरणा और मूल्यों ने ही उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। भानु की इस उपलब्धि पर उनके पैतृक गांव गडखल और पूरे कसौली क्षेत्र में खुशी का माहौल है। उनके परिवार ने भी इस पर गर्व महसूस करते हुए कहा कि यह पीढ़ियों से चली आ रही आस्था, सेवा और दृढ़ता का फल है।