Edited By Kuldeep, Updated: 20 Jul, 2025 10:54 PM

कुल्लू व मंडी के आराध्य देवता महर्षि मार्कंडेय पेड़चा के आधिपत्य क्षेत्र से संबंधित एक देव प्रतिनिधिमंडल ने मूल महर्षि मार्कंडेय थरास के मंदिर पहुंच कर ऋषि का आशीर्वाद प्राप्त करने के तत्पश्चात दोनों ऋषियों के हारियानों के मध्य देव संस्कृति की...
बंजार (लक्ष्मण): कुल्लू व मंडी के आराध्य देवता महर्षि मार्कंडेय पेड़चा के आधिपत्य क्षेत्र से संबंधित एक देव प्रतिनिधिमंडल ने मूल महर्षि मार्कंडेय थरास के मंदिर पहुंच कर ऋषि का आशीर्वाद प्राप्त करने के तत्पश्चात दोनों ऋषियों के हारियानों के मध्य देव संस्कृति की प्राचीनतम देव परंपरा को कायम रखने के मद्देनजर समझौते किए। इस दौरान गुरु के माध्यम से ऋषि ने दोनों हारियानों को परस्पर एकता बनाए रखने व पुरानी देव परंपरा कायम रखने का पालन करने का संदेश दिया।
देवता विष्णु नारायण पेड़चा के कारदार एवं जिला कारदार संघ कुल्लू के महासचिव टीसी महंत ने बताया कि कुल्लू, मंडी व सराज के सीमावर्ती ग्रामीण इलाकों के आराध्य देवता महर्षि मार्कंडेय पेड़चा के आधिपत्य क्षेत्र से संबंधित एक देव प्रतिनिधिमंडल ने मूल मार्कंडेय ऋषि थरास के मंदिर पहुंचकर ऋषि का आशीर्वाद प्राप्त कर मूल मार्कंडेय ऋषि थरास को अपने छोटे भाई महर्षि मारकंडे पेड़चा के 8 अगस्त को मनाए जा रहे मुख्य देव पर्व पेड़चा हूम के शुभ आगमन पर 7 से 11 अगस्त तक देव प्रवास पर आने के लिए सामूहिक रूप से निमंत्रण दिया, जिसे मूल मार्कंडेय ऋषि थरास की देवता कमेटी और देवता कारकूनों ने मंजूरी दी।
देव प्रतिनिधिमंडल के समक्ष थरास के हारियानों को पेड़चा देव प्रवास पर शत-प्रतिशत हाजिरी भरने के आदेश भी दिए। इस दौरान निर्णय लिया कि मूल मार्कंडेय ऋषि अपने लाव-लश्कर के साथ अपने मूल स्थान थरास से 7 अगस्त को अपने भाई महर्षि मार्कंडेय पेड़चा के साथ देव मिलन करने ऋषि की तपोभूमि स्थित सरंडी मंदिर पहुंचेंगे व 8 अगस्त को अपने भाई महर्षि मार्कंडेय पेड़चा के मुख्य देव पर्व पेड़चा हूम में शामिल होंगे। बताते चलें कि इस देव पर्व में कुल्लू एवं मंडी सराज के सीमावर्ती ग्रामीण इलाकों के हजारों लोग ऋषि से आशीर्वाद प्राप्त करने पहुंचते हैं। पेड़चा देव प्रवास से 11 अगस्त को ऋषि मूल देव स्थल थरास को लौटेंगे व 10 अगस्त को बाद दोपहर अपने भक्त के निमंत्रण पर पेड़चा के गांव सरंडी में महर्षि मार्कंडेय पेड़चा के कारदार के घर दोनों देव रथ विराजेंगे।
इस दौरान मार्कंडेय ऋषि थरास के कारदार जीवन प्रकाश शर्मा, मार्कंडेय ऋषि पेड़चा के कारदार रमेश चंद शर्मा, कमली राम, बाले राम सहित कारकून लाल चंद चौहान, चौबे राम चौहान, देवता कमेटी थरास के प्रधान पृथि सिंह पाल, बालमुकुंद नेगी, जिला कारदार संघ कुल्लू के महासचिव टी.सी. महंत, पुजारी नरोत्तम दत्त शर्मा, कारकून मेघ सिंह, हंस राज, हेम राज, ज्ञान चंद राणा, रती राम ठाकुर, शेर सिंह ठाकुर, खेम चंद, टीकम राम, लुदर मणी,लालचंद राणा, संजू ठाकुर, संजू राणा, कर्म सिंह, लोभू राम, गुरु ठाकुरु राम, उत्तम राम, शिव राम शर्मा, बलदेव शर्मा, राजेंद्र पाल भंडारी, देवेंदर ठाकुर, इंद्र सिंह ठाकुर, रोहित शर्मा,सत्य प्रकाश व सूर्य शर्मा प्रमुख रूप से शामिल रहे।