Edited By Vijay, Updated: 17 Feb, 2023 07:37 PM

बड़ा देव कमरूनाग के मंडी पहुंचते ही अंतर्राष्ट्रीय मंडी महाशिवरात्रि महोत्सव के कारज शुरू हो गए हैं। मंडी जनपद के बड़ा देव कमरूनाग शुक्रवार दोपहर बाद मंडी पहुंचे, वहीं इनके अलावा 6 और देवी-देवता भी पहुंच गए। देवताओं के मंडी पहुंचते ही लोगों ने...
मंडी (रजनीश): बड़ा देव कमरूनाग के मंडी पहुंचते ही अंतर्राष्ट्रीय मंडी महाशिवरात्रि महोत्सव के कारज शुरू हो गए हैं। मंडी जनपद के बड़ा देव कमरूनाग शुक्रवार दोपहर बाद मंडी पहुंचे, वहीं इनके अलावा 6 और देवी-देवता भी पहुंच गए। देवताओं के मंडी पहुंचते ही लोगों ने आशीर्वाद लिया और सुख-समृद्धि की कामना की। पुलघराट के पास जिला प्रशासन की ओर से सर्व देवता समाज समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा सहित महोत्सव स्वागत समिति के सदस्यों ने बड़ादेव कमरूनाग का स्वागत किया, जिसके बाद कमरूनाग देव राज माधोराय मंदिर पहुंचे। यहां पर एडीसी मंडी निवेदिता नेगी ने मेला कमेटी की ओर से बड़ादेव कमरूनाग का स्वागत किया। इसके बाद देव कमरूनाग ने माधोराय मंदिर में माथा टेका और वहां से बड़ा देव देवलुओं संग राजमहल भवानी पैलेस पहुंचे जहां राजा ओमेश्वर सेन ने राजपरिवार के सदस्यों ने देव कमरूनाग का स्वागत किया। बड़ादेव के बाद शुकदेव ऋषि शारटी, शुकदेव ऋषि थट्टा, देवी बगलामुखी बाखली व देवी बुढ़ी भैरवा, देव बुढ़ा-बिंगल व बजीर झाथी वीर ने राज माधोराय मंदिर में उपस्थिति दर्ज करवाई।

श्री देव माहूंनाग जी का प्रशासन और राजपरिवार करेगा स्वागत
शनिवार को माहूंनाग तरौर अपने मूल स्थान तरौर से अपने पारंपरिक वाद्ययंत्रों सहित 2.30 बजे पुलघराट पहुंचेंगे। देवता के पुजारी दीनानाथ शर्मा ने बताया कि पुलघराट में प्रशासन, कर्मचारी, तहसीलदार सदर, डीआरओ, सर्व देवता कमेटी के प्रधान शिवपाल शर्मा भगवान श्री माधोराय की छड़ी के साथ देवता का स्वागत करेंगे। तत्पश्चात देवता माधोराय मंदिर में भगवान माधोराय के साथ मिलन करके भवानी निवास में राजपरिवार को आशीर्वाद देंगे। मान्यता है कि श्री देव माहूंनाग विष के भंडारी हैं और सर्पदंश, बिच्छू और कुत्ते के काटे लोग देवता की विभूति और चरणामृत से ठीक हो जाते हैं।
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