Edited By Vijay, Updated: 17 Sep, 2025 07:50 PM

प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नयनादेवी जी मंदिर में 22 सितम्बर से 1 अक्तूबर तक आयोजित होने वाले आश्विन नवरात्र मेले की तैयारियों को लेकर बचत भवन में समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बिलासपुर (बंशीधर): प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नयनादेवी जी मंदिर में 22 सितम्बर से 1 अक्तूबर तक आयोजित होने वाले आश्विन नवरात्र मेले की तैयारियों को लेकर बचत भवन में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। श्रद्धालुओं की सुविधाओं और व्यवस्थाओं को लेकर मंदिर न्यास आयुक्त एवं डीसी राहुल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में एसडीएम स्वारघाट को मेला अधिकारी तथा एसएचओ कोट को सहायक पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया।
9 सैक्टरों में विभाजित हाेगा मेला क्षेत्र
आश्विन नवरात्र मेलों के दौरान प्रतिदिन 10 से 12 हजार श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र को 9 सैक्टरों में विभाजित कर 6 सैक्टर मैजिस्ट्रेट की नियुक्ति करने का निर्णय लिया गया, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। डीसी राहुल कुमार ने मेलों के दौरान पार्किंग व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की शिकायत न हो। इस उद्देश्य से 200 होमगार्ड्स को ड्यूटी पर तैनात किए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में आपदा प्रबंधन के पहलुओं पर भी विशेष चर्चा की गई। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग अपने-अपने क्षेत्र में सेफ्टी ऑडिट करवाकर उसका प्रमाण पत्र शीघ्र मंदिर अधिकारी को उपलब्ध करवाएं। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त ओमकांत ठाकुर सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य सहायता कक्ष को 24 घंटे खुला रखने के निर्देश
श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच एवं आपातकालीन सेवाओं के लिए आयुर्वैदिक एवं स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी तथा स्वास्थ्य सहायता कक्ष को 24 घंटे खुला रखने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार स्वच्छ पेयजल व सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए जल शक्ति विभाग और नगर परिषद श्री नयना देवी जी को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान यातायात प्रबंधन और लंगर की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो और सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित हों।