Edited By Vijay, Updated: 06 Feb, 2025 04:18 PM
एम्स बिलासपुर में एक मेडिकल स्टाेर के कर्मी द्वारा जाली पर्चियां तैयार करने का भंडाफोड़ वहां पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों ने किया है।
बिलासपुर (बंशीधर): एम्स बिलासपुर में एक मेडिकल स्टाेर के कर्मी द्वारा जाली पर्चियां तैयार करने का भंडाफोड़ वहां पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों ने किया है। संबंधित कर्मी चहेतों को जाली पर्ची बनाकर देता था, ताकि संबंधित व्यक्ति लाइन में लगने से बच सके और जल्द चिकित्सक के पास दिखा सके। बताया जा रहा है कि एम्स में यह फर्जीवाड़ा काफी दिनों से चल रहा था। इससे एम्स प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगने शुरू हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार गत 1 फरवरी को सुरक्षा कर्मियों द्वारा काऊंटर पर एक जाली पर्ची पकड़ी गई थी, जिसके बाद सुरक्षा कर्मियों को यहां पर जाली पर्चियां बनने की संभावना दिखी। इस पर सुरक्षा प्रभारी लैफ्टिनैंट कर्नल भूपेंद्र यादव ने सभी सुरक्षा कर्मियों को सतर्कता बरतने की हिदायत दी। बताया जा रहा है कि गत 3 फरवरी को एम्स में संबंधित मेडिकल स्टोर के कर्मी द्वारा दोबारा से जाली पर्चियां बनाकर देने का प्रयास किया गया, लेकिन उस दिन एम्स का सर्वर खराब था, जिस पर एम्स प्रशासन ने पर्ची पर कोडिंग करनी शुरू कर दी तथा शातिर संबंधित पर्ची पर कोडिंग नहीं कर पाया, जिस पर शातिर सुरक्षा कर्मियों की पकड़ में आ गया। सुरक्षा कर्मियों ने आरोपी से 19 जाली पर्चियां बरामद कीं।
जानकारी के अनुसार आरोपी ने अपने कम्प्यूटर में एम्स की पर्ची की तरह ही प्रारूप तैयार किया था, जिसे वह एम्स में जाकर देता था, ताकि संबंधित मरीज उनके मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीद सके। थाना सदर पुलिस ने सुरक्षा प्रभारी भूपेंद्र यादव निवासी तिलक नगर जिला विजनेर राजस्थान की शिकायत के आधार पर आरोपी के विरुद्ध जालसाजी का मामला दर्ज कर लिया है। पूछताछ में आरोपी ने संबंधित पर्चियां खुद बनाने की बात कबूल की। आरोपी ने इसके लिए माफी भी मांगी। इसके बाद गत 5 फरवरी को संबंधित मेडिकल स्टोर का संचालक भी उनके कार्यालय में आया तथा माना कि मनीष उसके मेडिकल स्टोर में काम करता है।
वहीं मामला दर्ज करने के बाद थाना सदर पुलिस ने आरोपी के कम्प्यूटर को जब्त कर लिया है तथा संबंधित पर्चियों को भी अपने कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है, जबकि एम्स प्रशासन ने भी सुरक्षा के प्रबंध पुख्ता करने का निर्णय लिया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न घट सके। एम्स बिलासपुर के रजिस्ट्रार राकेश सिंह ने बताया कि पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी गई है तथा पर्चियों में कोडिंग की जा रही है। पर्ची सिस्टम को लेकर साइबर सुरक्षा सहित अन्य उपाय कर लिए हैं। वहीं एएसपी बिलासपुर शिव चौधरी ने बताया कि कम्प्यूटर सहित पर्चियों को कब्जे में ले लिया गया है और मामले की छानबीन की जा रही है। छानबीन के बाद ही पता चलेगा कि कब से जाली पर्चियां बन रही थीं।
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