Edited By Jyoti M, Updated: 09 Jul, 2025 03:17 PM

हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला इस समय एक बड़े संकट से जूझ रहा है। सराज घाटी में आई अब तक की सबसे भयानक त्रासदी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। लेकिन इस प्राकृतिक आपदा के बीच कुछ असामाजिक तत्व इंसानियत को शर्मसार करते हुए चोरी की वारदातों को अंजाम दे...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश का मंडी जिला इस समय एक बड़े संकट से जूझ रहा है। सराज घाटी में आई अब तक की सबसे भयानक त्रासदी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। लेकिन इस प्राकृतिक आपदा के बीच कुछ असामाजिक तत्व इंसानियत को शर्मसार करते हुए चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। आपदा को अवसर बनाने वाले इन चोरों ने कई जगहों को निशाना बनाया है, जिससे प्रभावित लोगों की मुसीबतें और बढ़ गई हैं।
हाल ही में, थुनाग के सुरागी गांव के एक शिक्षक, अजय कुमार को दो नकाबपोश बदमाशों ने चाकू की नोक पर लूट लिया। अजय अपनी ड्यूटी से लौट रहे थे और बस अड्डे से कुछ ही दूरी पर एक नाले के पास उन्हें रोककर 1200 रुपये छीन लिए गए। उन्होंने तुरंत प्रशासन से इस घटना की शिकायत दर्ज कराई है।
इसी तरह, सराज घाटी में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई गाड़ियों से कलपुर्जे चुराने की खबरें भी सामने आ रही हैं। कई लोगों ने शिकायत की है कि जब वे अपनी बाढ़ में बही गाड़ियों को ढूंढने निकले, तो पाया कि उनके स्पेयर पार्ट्स अलग करके किनारे फेंक दिए गए थे। गिरधारी लाल की गाड़ी कोर्ट परिसर से पांच किलोमीटर दूर मिली, लेकिन उसके पुर्जे अलग-अलग बिखरे पड़े थे। यह दिखाता है कि चोर सुनियोजित तरीके से इन गाड़ियों को निशाना बना रहे हैं।
चोरी की एक और दुखद घटना में, 66 वर्षीय एक महिला ने बताया कि उनका घर बाढ़ में बह गया था, लेकिन कुछ कपड़े बच गए थे। उन्होंने इन कपड़ों को धोकर सुखाने के लिए बाहर टांगा था, लेकिन सुबह देखा तो वे भी चोरी हो चुके थे। यह घटना उन लोगों के दर्द को और बढ़ा देती है, जिन्होंने सब कुछ खो दिया है।
दुकानदार ललित कुमार की आपबीती भी कम दर्दनाक नहीं है। उनकी मोबाइल की दुकान में बाढ़ का मलबा घुस गया था और शटर टूट गया था। दुकान के ऊंचे हिस्से में रखे मोबाइल और एलईडी सुरक्षित बच गए थे, लेकिन चोर उन्हें भी चुरा ले गए। ऐसे में जहां लोग अपने नुकसान से उबरने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं इन चोरियों ने उनकी मुश्किलें दोगुनी कर दी हैं।
मंडी के डीएसपी गौरवजीत सिंह ने इन चोरी की घटनाओं पर संज्ञान लिया है। उन्होंने बताया कि ऐसी वारदातों को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस इन असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रख रही है और जल्द ही इन चोरियों पर लगाम कसने की उम्मीद है। इस मुश्किल घड़ी में, प्रशासन और आम जनता दोनों को मिलकर काम करना होगा ताकि आपदा के इस समय में इंसानियत शर्मसार न हो।