Edited By Vijay, Updated: 10 Jan, 2020 04:33 PM
हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित गुड़िया दुष्कर्म व हत्याकांड मामले में शिमला जिला की पूर्व एसपी और आईपीएस अधिकारी सौम्या साम्बशिवन की ओर से आईजी जहूर जैदी पर मानसिक रूप से प्रताडि़त करने के आरोपों ने पुलिस महकमे के साथ हिमाचल की सियासत में भी हलचल मचा दी...
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित गुड़िया दुष्कर्म व हत्याकांड मामले में शिमला जिला की पूर्व एसपी और आईपीएस अधिकारी सौम्या साम्बशिवन की ओर से आईजी जहूर जैदी पर मानसिक रूप से प्रताडि़त करने के आरोपों ने पुलिस महकमे के साथ हिमाचल की सियासत में भी हलचल मचा दी है। इस मामले पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ऐसे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी जो गुड़िया रेप केस के गवाहों पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं।
गुड़िया रेप केस में एसआईटी के प्रमुख थे आईजी जैदी
बता दें कि आईजी जैदी इस मामले की शुरूआती जांच के लिए बनी एसआईटी के प्रमुख थे। इसके अलावा वह मामले के ही एक आरोपी सूरज लॉकअप हत्याकांड में आरोपी हैं और जमानत पर चल रहे हैं। गुड़िया केस को लेकर पूछे सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि कोर्ट के आदेशों के मिलने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन इस मामले में अगर किसी ने सुबूतों और गवाहों को प्रभावित करने का प्रयास किया तो यह बर्दाश्त नहीं होगा।
आईपीएस अधिकारी ने डीजीपी को दी थी मामले की जानकारी
पत्रकारों के पूछने पर सीएम ने बताया कि आईपीएस अधिकारी सौम्या ने आईजी जैदी की ओर से दवाब डालने बारे डीजीपी को बताया था जिसके बाद डीजीपी ने मुझे जानकारी दी थी। डीजीपी ने आईजी को चेतावनी दी थी, जिसके बाद आईजी ने अफसर को फोन करना बंद कर दिया था। अब फिर से यह मामला सामने आया है, इसलिए इस संबंध में कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। आईजी जैदी को बहाल करने के मामले पर सीएम ने कहा कि गुड़िया मामले में संबंधित अधिकारी लगातार सस्पैंड किए गए और नियमों के तहत ही उन्हें फिर से नियुक्ति दी गई।
सौम्या ने सीबीआई कोर्ट चंडीगढ़ में दिया था ये बयान
बता दें कि मंडी जिला के पंडोह में आईआरबी 3 की कमांडैंट सौम्या साम्बशिवन ने बुधवार को सीबीआई कोर्ट चंडीगढ़ में गुड़िया मामले में बतौर गवाह बयान दिया था कि आईजी रैंक के अधिकारी जहूर जैदी ने उन पर बयान बदलने का दबाव डाला था। बयान के बाद सीबीआई कोर्ट ने हिमाचल के डीजीपी को आईजी के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। गुड़िया दुष्कर्म व हत्याकांड मामले के बाद सौम्या शिमला में बतौर एसपी तैनात थीं। इस मामले में सीबीआई ने सौम्या को गवाह बनाया था।