Edited By Kuldeep, Updated: 18 Dec, 2024 04:46 PM
: जिला चम्बा में कृषि विभाग का किसान, खेत-खलिहान से सीधा संपर्क वर्तमान में पूरी तरह से कटा हुआ है। पूरे जिले में स्टाफ की कमी के कारण अधिकारियों को 2 से 3 पदों का चार्ज मिला हुआ है, इससे कृषि विभाग की योजनाओं काे समय पर ठीक प्रकार से क्रियान्वित...
चम्बा (रणवीर): जिला चम्बा में कृषि विभाग का किसान, खेत-खलिहान से सीधा संपर्क वर्तमान में पूरी तरह से कटा हुआ है। पूरे जिले में स्टाफ की कमी के कारण अधिकारियों को 2 से 3 पदों का चार्ज मिला हुआ है, इससे कृषि विभाग की योजनाओं काे समय पर ठीक प्रकार से क्रियान्वित होने में संशय रहता है। विभिन्न योजनाओं में नियुक्त परियोजना में लगे अधिकारियों पर अतिरिक्त चार्ज मिलने से काम की रैगुलर मॉनीटरिंग नहीं हो पा रही है।
विभागीय अधिकारी जिला स्तर पर होने वाली मीटिंगों में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में जिन पदों का चार्ज उन पर है, वहां से अधिकारियों की दूरी ही रहती है। फील्ड वर्क प्रभावित है। वहीं महज औपचारिकता से कागजी कार्रवाई में ही काम काज निपटाया जा रहा है। जिला में अधिकारी, कर्मचारियों के 100 पदों में से 34 पर ही कार्य किया जा रहा है जबकि 66 पद लंबे समय से खाली हैं। अधिक संख्या में कृषि विस्तार अधिकारियों के पद खाली होने के कारण विभाग के कई सैल्स सैंटर में पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में एक कृषि विस्तार अधिकारी को 2 से 2 सैल्स सैंटर का अतिरिक्त कार्य देखना पड़ रहा है।
चम्बा शहर की बात की जाए तो यहां मुख्य बिक्री केंद्र में ताला लटका हुआ है। जिससे किसानों को बीज समेत अन्य उपकरणों की खरीद-फरोख्त के लिए राजपुरा का सफर तय करना पड़ रहा है। अन्य स्थानों पर भी कृषि विस्तार अधिकारियों को 2-2 दिन अलग-अलग सैंटर में कार्य करना पड़ता है। इस कारण किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि किसानों को उसी दिन ही सस्ता कृषि बीज, खाद, उपकरण लेने के लिए जाना पड़ता है। कई बार यदि उस दिन अवकाश हो या अधिकारी छुट्टी पर हों तो फिर 2 सप्ताह तक सैंटर बंद रहता है तथा 2 सप्ताह में तो बिजाई का समय तक निकल जाता है। इस कारण या तो किसानों को बाजार से महंगा बीज लेना पड़ता है या फिर देरी से बिजाई के कारण नुक्सान उठाना पड़ता है।
सबसे बुरी हालत मैहला ब्लॉक में है, यहां 13 पद स्वीकृत किए गए हैं लेकिन एक भी अधिकारी, कर्मचारी मौजूदा समय में नहीं है। जिसके कारण किसानों को चम्बा ब्लॉक का रुख करना पड़ रहा है। वहीं इस बारे भपेंद्र सिंह, कृषि उपनिदेशक चम्बा ने कहा कि चम्बा में रिक्त पदों के बारे में उच्च अधिकारियों को जानकारी दी गई है। जिले में रिक्त पदों की डिटेल सरकार को भेजी गई है। जहां स्टाफ बहुत कम हैं, वहां दूसरे ब्लॉक से डैपुटेशन पर नियमित दिनों के बाद ड्यूटी लगाई गई है, ताकि किसानों को परेशानी न हो।