Edited By Vijay, Updated: 24 Dec, 2025 06:49 PM

रेलवे और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने बुधवार को सोलन के हैरिटेज रेलवे ट्रैक पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरंग नंबर-35 के ऊपर और आसपास अवैध रूप से बसाई गई करीब 40 झुग्गियों को हटा दिया। रेलवे बोर्ड पिछले काफी समय से यहां हो रहे अतिक्रमण से परेशान था।
सोलन (ब्यूरो): रेलवे और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने बुधवार को सोलन के हैरिटेज रेलवे ट्रैक पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरंग नंबर-35 के ऊपर और आसपास अवैध रूप से बसाई गई करीब 40 झुग्गियों को हटा दिया। रेलवे बोर्ड पिछले काफी समय से यहां हो रहे अतिक्रमण से परेशान था। बार-बार नोटिस देने के बावजूद झुग्गियां हटाई नहीं जा रही थीं, बल्कि उनकी संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही थी, जिसके बाद यह सख्त कदम उठाया गया।
सुरक्षा और चोरी की बढ़ती घटनाएं बनीं कारण
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने वर्ष 2023 से कई बार इन लोगों को नोटिस जारी किए थे। मौके पर मौजूद रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि इन झुग्गियों में रहने वाले बच्चे कई बार ट्रैक पर और चलती ट्रेन पर ऊपर से पत्थर फैंक देते थे, जो यात्रियों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा था। इसके अलावा कई बार रेलवे का लोहा और अन्य सामान चोरी होने की शिकायतें भी मिल रही थीं।
व्यापारियों ने भी करवाया था अवगत
जिला प्रशासन द्वारा सोलन शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए पहले से ही एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें राजस्व, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम और पुलिस की टीमें शामिल हैं। व्यापारियों ने भी प्रशासन को अवगत करवाया था कि शहर में भिखारियों की संख्या काफी बढ़ गई है। ये लोग इन्हीं झुग्गियों में रहते हैं और इनके बच्चे मालरोड व बाजारों में ग्राहकों को परेशान करते हैं।
विरोध और प्रशासन की दलील
जब प्रशासन की टीम झुग्गियों को हटाने पहुंची तो वहां रह रहे प्रवासियों ने इसका विरोध किया और कुछ दिन का समय मांगा। हालांकि, प्रशासन ने स्पष्ट किया कि नियमों के अनुसार उन्हें पहले ही नोटिस देकर सूचित कर दिया गया था। इसके बाद नगर निगम के कर्मचारियों ने कार्रवाई करते हुए झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया। तहसीलदार राजीव रांटा ने बताया कि रेलवे के आग्रह पर ही यह अभियान चलाया गया।
ठंड में बेघर हुए लोगों ने बयां किया दर्द
इस कार्रवाई के बाद बेघर हुए लाेगाें के सामने रहने का संकट खड़ा हो गया है। रोशनी, सुनीता, काजल और बानों नामक महिलाओं ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि कड़ाके की ठंड में वे अपने बच्चों और सामान के साथ कहां जाएं। उनका कहना था कि वे कई वर्षों से यहां रह रहे थे और उपायुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया था कि अभी उन्हें नहीं हटाया जाएगा, लेकिन अब अचानक उन्हें उजाड़ दिया गया है।
रैन बसेरा में दी जाएगी जगह
पार्षद राजीव कौड़ा ने बताया कि उन्होंने पहले भी प्रशासन से इन अवैध झुग्गियों को हटाने की मांग की थी। उन्होंने मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए कहा कि झुग्गी टूटने से यदि किसी के पास रात बिताने का ठिकाना नहीं है तो उन्हें नगर निगम के रैन बसेरा में रहने का स्थान उपलब्ध करवाया जाएगा।