Edited By Ekta, Updated: 08 Nov, 2018 12:16 PM

लाहौल घाटी में रोहतांग टनल एक बार फिर वरदान साबित हुई है। दिवाली पर घाटी मेें भारी बर्फबारी के बीच फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया। यहां से करीब 250 मजदूरों को रोहतांग टनल के माध्यम से मनाली सुरक्षित पहुंचा दिया गया है। बता दें कि बीते दिन ठंड...
कुल्लू: लाहौल घाटी में रोहतांग टनल एक बार फिर वरदान साबित हुई है। दिवाली पर घाटी मेें भारी बर्फबारी के बीच फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया। यहां से करीब 250 मजदूरों को रोहतांग टनल के माध्यम से मनाली सुरक्षित पहुंचा दिया गया है। बता दें कि बीते दिन ठंड के कारण लाहौल घाटी में हुई नेपाली मजदूर की मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया है। उनका कहना है कि लाहौल-स्पीति में बाहरी राज्यों से मजदूरी का काम करने के लिए पहुंचे लोगों के पास न तो रहने की उचित व्यवस्था है और न ही उन्हें लाहौल की भौगोलिक परिस्थितियों के बारे में पता है।
ऐसे में बर्फ के बीच इनकी जान खतरे में पड़ती देख प्रशासन ने इन्हें सुरक्षित लाहौल से बाहर पहुंचाना ठीक समझा। दूसरी तरफ हिमाचल पथ परिवहन निगम के केलांग डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक मंगल चंद मनेपा ने 250 लोगों को मनाली पहुंचाने की पुष्टि की है। मजदूरों को मनाली एचआरटीसी की बसों में भेजा गया है। लाहौल स्पीति में दिन में तो तापमान माइनस डिग्री है और रात में माइनस 10 से 12 डिग्री तापमान पहुंच रहा है। इस ठंड ने लोगों का जीना मुश्किल किया हुआ है।