Edited By Vijay, Updated: 12 Aug, 2023 10:54 PM

प्रदेश के 36 स्वास्थ्य संस्थानों में 157 विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात किए गए हैं। 22 स्वास्थ्य संस्थानों को 6 या इससे अधिक विशेषज्ञ के साथ सुदृढ़ किया गया है, जबकि 7 स्वास्थ्य संस्थानों में 5 विशेषज्ञ और 6 संस्थानों में 4 विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं...
अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण व 134 लैब टैस्ट सुविधाएं भी मिलेंगी
शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश के 36 स्वास्थ्य संस्थानों में 157 विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात किए गए हैं। 22 स्वास्थ्य संस्थानों को 6 या इससे अधिक विशेषज्ञ के साथ सुदृढ़ किया गया है, जबकि 7 स्वास्थ्य संस्थानों में 5 विशेषज्ञ और 6 संस्थानों में 4 विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने यह बात जारी प्रैस बयान में कही। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को चरणबद्ध तरीके से प्रदेश भर में ग्रामीण स्वास्थ्य संस्थानों का मजबूत ढांचा विकसित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इससे आमजन को उपचार के लिए जिला व राज्य स्तर के बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस पहल के तहत विशेषज्ञ डाॅक्टरों, चिकित्सा कर्मियों, एमआरआई, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाऊंड, डिजिटल एक्स-रे सुविधाओं सहित अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण और 134 लैब टैस्ट सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में घर-द्वार पर विशिष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर जिला अस्पतालों और चिकित्सा महाविद्यालयों पर स्थानीय निवासियों की निर्भरता को कम करने का प्रयास किया गया है। यह रणनीतिक बदलाव न केवल जनता के लिए समय और पैसा बचाने के लिए उपयोगी बल्कि राज्य के प्रतिष्ठित स्वास्थ्य देखभाल प्रतिष्ठानों को भी सुदृढ़ करेंगे। ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य संस्थानों को सुदृढ़ करने से चिकित्सा महाविद्यालयों में उपचार के लिए आने वालों की संख्या कम होगी, जिससे उनकी स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में और वृद्धि होगी।
चिकित्सा महाविद्यालयों में चरणबद्ध तरीके से कार्यान्वित होगी रोबोटिक सर्जरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी की सुविधा प्रदेश के लोगों को शीघ्र मिले, इसके लिए दृढ़ प्रयास किए जा रहे हैं। रोबोटिक सर्जरी को चरणबद्ध तरीके से सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में कार्यान्वित किया जाएगा। चिकित्सा महाविद्यालयों में विश्व स्तरीय चिकित्सा प्रौद्योगिकी उपलब्ध करवाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। आईजीएमसी शिमला, चमियाना, टांडा कांगड़ा, नाहन, चम्बा और नेरचौक, हमीरपुर के चिकित्सा महाविद्यालयों में यूरोलॉजी, सामान्य शल्य चिकित्सा, गायनीकोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी और गैस्ट्रो सर्जरी जैसे विभागों में रोबोटिक सर्जरी सुविधा चरणबद्ध तरीके से आरम्भ करने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 में 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समग्र दृष्टिकोण का उद्देश्य राज्य के लोगों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना है।
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