Edited By Jyoti M, Updated: 29 May, 2025 10:31 AM

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एच.पी.यू.) के अधीन कालेजों में सत्र 2025-26 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन.ई.पी.) लागू होने पर संशय पैदा हो गया है। प्रदेश सरकार की ओर से औपचारिक घोषणा न होने के चलते एन.ई.पी. के तहत कालेजों में नई व्यवस्था लागू करने को...
शिमला, (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एच.पी.यू.) के अधीन कालेजों में सत्र 2025-26 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एन.ई.पी.) लागू होने पर संशय पैदा हो गया है। प्रदेश सरकार की ओर से औपचारिक घोषणा न होने के चलते एन.ई.पी. के तहत कालेजों में नई व्यवस्था लागू करने को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। इस कारण संभावना है कि इस सत्र से भी कालेजों में एन.ई.पी. लागू नहीं होगी।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एच.पी.यू.) ने अपने स्तर पर एन.ई.पी. के ड्राफ्ट में शामिल बिंदुओं को लागू करने को लेकर तैयारियां पूरी कर ली है। कालेजों में सैमेस्टर सिस्टम लागू करने के अलावा क्रैडिट सिस्टम, 3 और 4 साल के स्नातक कोर्सिज में विद्यार्थियों को मल्टीपल एंट्री व एग्जिट आदि व्यवस्थाएं करने को लेकर पूरा प्रारूप फाइनल किया है और इसके बाद विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद (ई.सी.) सहित अकादमिक काऊंसिल की स्टैंडिंग कमेटी से पूरे प्रारूप को स्वीकृति भी प्रदान कर दी है, लेकिन सरकार की ओर से इसे लागू करने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन को अब भी अंतिम मंजूरी का अभी भी इंतजार है। बीते दिनों पूर्व हुईं मंत्रिमंडल की बैठकों में एन.ई.पी. को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई, जबकि उम्मीद थी कि इन बैठकों में एन.ई.पी. लागू करने को लेकर मंजूरी मिल जाएगी।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों का कहना है कि एच.पी.यू. ने अपने स्तर पर एन.ई.पी. लागू करने को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और अकादमिक काऊंसिल की स्टैंडिंग कमेटी ने पाठ्यक्रम को भी मंजूरी दे दी है। अब सरकार के जो भी आदेश होंगे, उसके अनुसार विश्वविद्यालय प्रशासन अगला कदम उठाएगा और संबद्धता प्राप्त कालेजों को दिशा-निर्देश जारी करेगा।