Edited By Jyoti M, Updated: 11 May, 2025 12:21 PM

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सोशल मीडिया पर देशविरोधी गतिविधियों के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। दोनों मामलों में पाकिस्तान के झंडे और आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर साझा की गई हैं। पुलिस ने इन मामलों...
हिमाचल डेस्क। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सोशल मीडिया पर देशविरोधी गतिविधियों के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं। दोनों मामलों में पाकिस्तान के झंडे और आपत्तिजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर साझा की गई हैं। पुलिस ने इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पहला मामला: वॉट्सऐप डीपी पर पाकिस्तान का झंडा
पहला मामला शिमला शहर के सदर थाना क्षेत्र से जुड़ा है। यहां एक युवक ने अपने वॉट्सऐप अकाउंट की डिस्प्ले फोटो में पाकिस्तान का झंडा लगाया था। आरोपी मूल रूप से जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले का रहने वाला है और साल 2016 से शिमला में एक गैस एजेंसी में काम कर रहा है।
जैसे ही पुलिस को इस गतिविधि की जानकारी मिली, तुरंत कार्रवाई की गई। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 196 और 197(1) के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि इस तरह की हरकतें देश की एकता और अखंडता के खिलाफ हैं और इससे समाज में सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
दूसरा मामला: फेसबुक पर देशविरोधी पोस्ट
दूसरा मामला शिमला जिले के सुन्नी थाना क्षेत्र से जुड़ा है। यहां एक युवक ने फेसबुक पर कथित तौर पर राष्ट्रविरोधी सामग्री साझा की, जिससे इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। पुलिस ने इस मामले में भी IPC की धारा 196 और 197 के तहत एफआईआर दर्ज की है। युवक का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है और उसे साइबर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि अगर युवक दोषी पाया गया, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन सतर्क
इन घटनाओं के बाद सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमावर्ती राज्यों के साथ-साथ पहाड़ी इलाकों में भी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। साइबर सेल को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय निगरानी के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी अफवाह, भड़काऊ पोस्ट या देशविरोधी सामग्री को समय रहते रोका जा सके।
पुलिस का कहना है कि इस तरह की गतिविधियां संवेदनशील समय में देश की सुरक्षा और शांति व्यवस्था को खतरे में डाल सकती हैं। जांच जारी है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।