Edited By kirti, Updated: 09 Dec, 2019 05:37 PM
प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पहला दिन ही हंगामे की भेंट चढ़ गया।शोकोदगार के समाप्त होते ही मुख्यमंत्री ने दो नए सदस्यों विशाल नेहरिया व रीना कश्यप का स्वागत किया। इसके तुरन्त बाद ही विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने नियम 67 के तहत स्थगन...
धर्मशाला/शिमला(योगराज): प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पहला दिन ही हंगामे की भेंट चढ़ गया।शोकोदगार के समाप्त होते ही मुख्यमंत्री ने दो नए सदस्यों विशाल नेहरिया व रीना कश्यप का स्वागत किया। इसके तुरन्त बाद ही विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव के अंतर्गत इंवेस्टर मीट को लेकर सदन में चर्चा की मांग उठाई।
अग्निहोत्री ने कहा कि इंवेस्टरमीट प्रदेश के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला हुआ है। सरकार हिमाचल को बेचने की तैयारी है। अफ़सर हिमाचल को लुटाने की फ़िराक में है कांग्रेस ये नही होने देगी। जिसको लेकर सत्ता पक्ष ने भी हल्ला मचाना शुरू कर दिया। दोनों ही तरफ़ से बहसबाजी शुरू हो गई। सत्ता पक्ष ने विपक्ष के ख़िलाफ़ "चोर मचाए शोर" के नारे शुरू कर दिए। उधर विपक्ष ने भी नारेबाजी शुरू कर दी व दोनों ही तरफ से सदन में ही जोररदार नारेबाजी शुरू हो गई। विपक्ष ने "बेच दिया भई बेच दिया सारा हिमाचल बेच दिया" व "आली बाबा चालीस चोर "के नारे लगाए। इसी हंगामे के बीच विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।
विस सत्र से पहले माथा टेकने पहुंचे थे जयराम
विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले दिन कांगड़ा स्थित बज्रेश्वरी देवी मंदिर में जयराम टाकुर ने अपना शीश नवाया। वहीं जैसे ही वह मंदिर कार्यालय पहुंचे तो मंदिर ट्रस्ट ने उनके सामने डिमांड पर डिमांड रख डाली। जयराम ने भी बगल में खड़े डीसी कांगडा राकेश प्रजापति को संबंधित मामलों में बेहतरीन उपाय करने की बात कहकर इतिश्री कर ली। वहीं बताया जा रहा है कि मंदिर ट्रस्ट ने यह डिमांड की कि निर्माणाधीन सराय के लिए एक करोड़ रुपए जारी किए जाए,चूंकि सराय के निर्माण के लिए पैसे की कमी आड़े आ रही है,अदायगी करने के लिए पैसा नहीं है। जिस वक्त इस सराय का निर्माण शुरू हुआ था,इसके लिए पौने तीन करोड़ रुपए की राशि तय की गई थी। इसी तरह ट्रस्ट ने जयराम के सामने परिसर के फ्लोर में नए सिरे से मार्बल बिछाने की भी डिमांड रखी है। सीएम जयराम ने सभी डिमांड को बहुत ही ध्यान से सुनकर डीसी की तरफ सरका दिया है। इस अवसर पर उनके साथ प्रदेश बॉस्केटबाल संघ के प्रदेशाध्यक्ष मुनीष शर्मा भी मौजूद थे।
शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले धरना-प्रदर्शन
बता दें कि शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले ही तपोवन तप था। बता दें कि जब कांग्रेसी मंत्रियों सहित विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री को विधानसभा सदन के मुख्य गेट में ही रोक लिया। जिसके चलते वह गेट पर ही धरना-प्रदर्शन देने बैठ गए। लेकिन जयराम ठाकुर ने उन्हें उठाया और बाद में मामला सुलझ लिया।