Edited By Vijay, Updated: 03 Dec, 2025 06:16 PM

हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा निर्मित की जा रहीं सड़कों में अपनाई गई उन्नत निर्माण तकनीकों और कार्यप्रणाली का अनुसरण अब पड़ोसी राज्य उत्तराखंड भी करेगा।
मंडी (रजनीश): हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा निर्मित की जा रहीं सड़कों में अपनाई गई उन्नत निर्माण तकनीकों और कार्यप्रणाली का अनुसरण अब पड़ोसी राज्य उत्तराखंड भी करेगा। उत्तराखंड सरकार के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने हिमाचल प्रदेश का दौरा किया और विशेष रूप से मंडी जिले से गुजरने वाले कीरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग के फोरलेन निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उत्तराखंड राज्य के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की एक उच्च स्तरीय टीम ने पहाड़ों को स्थिर करने (स्लोप स्टैबेलाइजेशन), पुलों, फ्लाईओवरों और सुरंगों के निर्माण में इस्तेमाल हो रहीं उन्नत तकनीकों को समझा, जिनका उपयोग उत्तराखंड में भविष्य की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में किया जा सकता है। डाॅ. पंकज कुमार पांडे ने कहा कि एनएचएआई की टीम ने प्रदेश में चल रहे सभी कार्यों के बारे में जानकारी सांझा की है। एनएचएआई स्लोप प्रोटैक्शन और टनल निर्माण के लिए कई अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर रहा है। आने वाले समय में उत्तराखंड में इन तकनीकों का इस्तेमाल करने पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
परवाणू-शिमला फोरलेन का भी किया निरीक्षण
बता दें कि उत्तराखंड पीडब्ल्यूडी के सचिव डाॅ. पंकज कुमार पांडे के नेतृत्व में यह टीम 2 दिवसीय दौरे पर हिमाचल पहुंची है। इस दौरान उन्होंने राज्य के 2 महत्वपूर्ण राजमार्गों परवाणू-शिमला फोरलेन और कीरतपुर-मनाली फोरलेन के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। बुधवार को टीम ने कीरतपुर-मनाली फोरलेन सड़क का अध्ययन किया। एनएचएआई के संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ों में कार्य करते समय विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण भू-भागों पर किन आधुनिक तरीकों का उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही टीम को राजमार्ग निर्माण में आने वाली चुनौतियों से भी अवगत करवाया गया। बता दें कि मंडी से मनाली मार्ग पर अधिकतर स्थानों में ब्यास नदी राजमार्ग के साथ-साथ बहती है, ऐसे में इस क्षेत्र में कार्य करना चुनौतीपूर्ण रहता है।
टीम में शामिल रहे ये अधिकारी
उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग की टीम में डाॅ. पंकज कुमार पांडे के साथ इंजीनियर इन चीफ राजेश शर्मा, एनएच पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर मुकेश परमार, हल्द्वानी के एनएच सुपरिन्टैंडैंट इंजीनियर हरीश पांगटी, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सुरेश तोमर और मनोज रावत तथा असिस्टैंट इंजीनियर अंकित नौटियाल उपस्थित रहे। एनएचएआई की ओर से रीजनल ऑफिसर शिमला कर्नल अजय सिंह बरगोती, पीआईयू शिमला के प्रोजैक्ट डायरैक्टर आनंद कुमार, पीआईयू हमीरपुर के प्रोजैक्ट डायरैक्टर विक्रम सिंह मीणा और पीआईयू मंडी के प्रोजैक्ट डायरैक्टर वरुण चारी उपस्थित रहे।