Edited By Vijay, Updated: 20 Aug, 2019 08:00 PM
हिमाचल प्रदेश में भले ही बारिश थम गई हो लेकिन बीते कुछ दिनों में भारी बारिश ने जो तबाही मचाई है, उसका असर अभी भी नैशनल हाईवे और ग्रामीण इलाकों की सड़कों पर देखने को मिल रहा है।
बिलासपुर (मुकेश): हिमाचल प्रदेश में भले ही बारिश थम गई हो लेकिन बीते कुछ दिनों में भारी बारिश ने जो तबाही मचाई है, उसका असर अभी भी नैशनल हाईवे और ग्रामीण इलाकों की सड़कों पर देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां चंडीगढ़-मनाली नैशनल हाईवे-205 पर जगह-जगह लैंडस्लाइड के चलते अभी भी जाम की स्थिति बनी हुई है तो दूसरी ओर ग्रामीण इलाकों में बंद पड़ी सड़कों के कारण अब मरीजों को खाट के सहारे ही उनके परिजन अस्पताल तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
गौरतलब है कि भारी बारिश के चलते एनएच-205 पर 35 जगहों पर लैंडस्लाइड हुआ था। प्रशासन व पीडब्ल्यूडी विभाग की टीमें मिलकर लगातार हाईवे को क्लीयर करने में जुटे हुए हैं। वहीं एनएच पर जाम के चलते पर्यटकों सहित मरीजों और सेब की सप्लाई ले जा रहे ट्रक चालकों को खासी दिक्कत का सामना करना पड रहा है।
बात स्वारघाट से लगते ग्रामीण इलाकों की करें तो यहां लैंडस्लाइड के चलते लिंक रोड सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। लिंक रोड बंद होने के चलते अब गांव के मरीजों को खाट पर ही उठाकर अस्पताल तक ले जाना पड़ रहा है। लोग प्रशासन व विभाग से जल्द ही सड़क बहाल करने की अपील कर रहे है।
वही इस संबंध में एडीएम बिलासपुर विनय धीमान ने बताया कि एनएच-205 पर जगह-जगह लैंडस्लाइड हुआ है, जिसे हटाने में प्रशासन और पीडब्ल्यूडी विभाग की टीम लगी हुई है और पूरी कोशिश की जा रही है की जल्द ही एनएच बहाल कर दिया जाए, साथ ही लैंडस्लाइड के चलते जिला के ग्रामीण इलाकों की 84 सड़कें प्रभावित हुई थीं, जिनमें से अब केवल 11 ही सड़कें बंद हैं, जिन्हें भी जल्द बहाल कर दिया जाएगा ताकि ग्रामीणों को दिक्कत का सामना न करना पड़े।