Edited By Kuldeep, Updated: 02 Aug, 2024 05:51 PM
उपमंडल इंदौरा के गांव बडूखर के साथ लगते फतेहपुर की सीमा पर पड़ते रियाली गांव में ब्यास नदी पर बने पुल से राहगीरों द्वारा पानी के किनारे एक घड़ियाल देखे जाने का मामला सामने आया है।
ठाकुरद्वारा/बडूखर (गगन/सुनीत): उपमंडल इंदौरा के गांव बडूखर के साथ लगते फतेहपुर की सीमा पर पड़ते रियाली गांव में ब्यास नदी पर बने पुल से राहगीरों द्वारा पानी के किनारे एक घड़ियाल देखे जाने का मामला सामने आया है। घड़ियाल देखे जाने के बाद ब्यास नदी के किनारे पशु चराने वाले लोगों में दहशत का माहौल है। लोग अपने पशुओं को ब्यास नदी में पानी पिलाने से भी डर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी सूचना उन्होंने वन विभाग को भी दे दी है।
जब लोग घड़ियाल को नजदीक से देखने के लिए गए तो शोर सुनकर वह नदी में गहरे पानी में चला गया। तीन-चार वर्ष पहले भी इंदौरा के टांडा पत्तन पुल के पास घड़ियाल देखे गए थे। उस समय इंदौरा प्रशासन द्वारा उन्हें पकड़ने के लिए ड्रोन का सहारा भी लिया था पर वे अभी तक दिखाई नहीं दिए। लोगों का मानना है कि ब्यास नदी पंजाब के फिरोजपुर में पड़ते हरिके पत्तन पर जाकर दो अन्य नदियों के साथ मिलती है और 6-7 साल पहले मध्य प्रदेश के जिला भिंड और मुरैना से लाकर 47 घड़ियाल हरिके पत्तन में पानी में छोड़े थे। वहीं से चलते-चलते ये यहां तक न पहुंच गए हों।