Edited By Vijay, Updated: 03 Dec, 2023 11:11 PM

मजबूत इच्छाशक्ति से हजारों मुश्किलों से पार पाया जा सकता है और सफलता की इबारत लिखी जा सकती है। यह कर दिखाया है सुंदरनगर के भरजवाणू की सुनीता देवी ने। पति के अक्सर बीमार रहने व खेती लायक जमीन न होने पर सुनीता अपने घर की छत पर पनीरी उगाने का कार्य कर...
सुंदरनगर (सोनी): मजबूत इच्छाशक्ति से हजारों मुश्किलों से पार पाया जा सकता है और सफलता की इबारत लिखी जा सकती है। यह कर दिखाया है सुंदरनगर के भरजवाणू की सुनीता देवी ने। पति के अक्सर बीमार रहने व खेती लायक जमीन न होने पर सुनीता अपने घर की छत पर पनीरी उगाने का कार्य कर एक साल में 3 से 3.50 लाख रुपए की कमाई कर रही हैं। सुनीता देवी द्वारा पनीरी उगाने के साथ लीज पर ली गई भूमि पर प्राकृतिक तरीके से सब्जियों का उत्पादन भी किया जा रहा है। सुनीता देवी केवल 5वीं पास हैं। आज वह अपने घर की छत पर पनीरी उगाने का कार्य कर देशभर में नाम कमा रही हैं।
सुनीता के इस कार्य पर नाचन जनकल्याण सेवा समिति, कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर तथा कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति उनके घर आकर उनको सम्मानित कर चुके हैं तथा केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने भी महिला किसान दिवस पर सुनीता देवी के साथ वर्चुअली बातचीत करके उनके इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा की है। कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न कृषि शिक्षण संस्थानों के प्रशिक्षणार्थी, सुनीता देवी के पास प्रशिक्षण लेने के लिए आते हैं। अब तक वह 300 से अधिक ऐसे प्रशिक्षणार्थियों को प्राकृतिक खेती और छत पर उगाई गई पौधों की पनीरी बारे प्रशिक्षण दे चुकी हैं। छत पर पनीरी उगाने के इस कार्य को लेकर सुनीता देवी एक प्रेरणास्त्रोत बन कर उभरी हैं।
सुनीता देवी का कहना है कि पति के अक्सर बीमार रहने और खेती लायक जमीन न होने पर घर की छत पर पनीरी उगाकर आय का सहारा बनाने बारे उसने इसलिए सोचा कि इससे वह घर पर रहकर अपने बीमार पति का भी ख्याल रख पाएगी, इसके साथ ही पनीरी को उगाने के लिए जमीन की भी जरूरत नहीं होगी। इसके लिए उन्होंने घर की छत पर लकड़ी के बाक्स बनाकर उसमें विभिन्न सब्जियों की नर्सरी तैयार की और बाजार में बेचना शुरू किया। इससे सुनीता देवी को एक लाख रुपए तक की कमाई होने लगी। सुनीता देवी छत पर गोभी, बंदगोभी, ब्रोकली, घीया, करेला, खीरा, प्याज इत्यादि की पनीरी उगाती है और बाजार में बेचती है। अब उन्होंने जमीन लीज पर लेकर खेती शुरू कर दी। सुनीता देवी का कहना है कि पनीरी बेचकर और प्राकृतिक खेती करके वह 3 से 3.50 लाख रुपए सालाना की आय अर्जित कर रही हैं।
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