Edited By Vijay, Updated: 22 Apr, 2021 04:52 PM
कांग्रेस विधायक एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कोरोना के मामले में हिमाचल को दिल्ली न बनने दें। कोरोना से निपटने के लिए उचित प्रबंध किए जाएं। सरकार दूसरों को नसीहत देने के साथ ही अपने कार्यक्रमों पर...
शिमला (ब्यूरो): कांग्रेस विधायक एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कोरोना के मामले में हिमाचल को दिल्ली न बनने दें। कोरोना से निपटने के लिए उचित प्रबंध किए जाएं। सरकार दूसरों को नसीहत देने के साथ ही अपने कार्यक्रमों पर भी रोक लगाए। सुक्खू ने यहां जारी बयान में कहा है कि सरकारी कर्मचारियों का 1-2 दिन का वेतन कोविड फंड के लिए काटना गलत है। सरकार अपने संसाधनों से बजट जुटाए। सरकार द्वारा बीते वर्ष कोविड फंड में कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर व अन्य लोगों के दान से एकत्रित राशि कहां खर्च की गई है, उस पर श्वेत पत्र जारी किया जाए। जनता को भी मालूम होना चाहिए कि उससे एकत्रित की गई राशि में से कितना पैसा स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर खर्च किया गया है।
कोरोना की दूसरी लहर और भी खतरनाक
सुक्खू ने चेताया कि कोरोना की पहली लहर में प्रदेश में स्वास्थ्य इंतजामों की पोल खुल चुकी है। कोरोना की दूसरी लहर और भी खतरनाक है इसलिए सरकार अस्पतालों में बड़ी संख्या में बैड और वैंटीलेटर के साथ आवश्यक दवाओं का प्रबंध करे। कोविड मरीजों को उनके हाल पर न छोड़ा जाए। वरिष्ठ डॉक्टर उनकी देखरेख करें। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को रोजाना स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करनी चाहिए। कोरोना संक्रमितों की सरकार काऊंसलिंग भी करवाए। निजी अस्पतालों को भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखना चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग में फिर न हाे घोटाला
सुक्खू ने कहा है कि सीएम इस बात पर भी नजर रखें कि पिछले साल की तरह आपदा को अवसर बनाकर कोई स्वास्थ्य विभाग में घोटाले को अंजाम न दे। कोरोना से निपटने के लिए विपक्षी दलों के सुझाव लेने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए ताकि सबके बहुमूल्य सुझावों को संकलित कर आपदा के साथ मजबूती से लड़ा जा सके।