विद्यार्थियों को एक वर्ष की पीजी स्तर की डिग्री का मिलेगा विकल्प, UGC ने ड्राफ्ट तैयार कर विश्वविद्यालयों को भेजा

Edited By Vijay, Updated: 19 Nov, 2023 09:55 PM

students will get the option of a one year post graduate level degree

विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को एक वर्ष की स्नातकोत्तर स्तर की डिग्री का विकल्प मिलेगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने अगले वर्ष 2024 से इस व्यवस्था को लागू करने के लिए तैयारी कर ली है। इसे लेकर ड्राफ्ट तैयार कर विश्वविद्यालयों को भेज...

शिमला (अभिषेक): विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को एक वर्ष की स्नातकोत्तर स्तर की डिग्री का विकल्प मिलेगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने अगले वर्ष 2024 से इस व्यवस्था को लागू करने के लिए तैयारी कर ली है। इसे लेकर ड्राफ्ट तैयार कर विश्वविद्यालयों को भेज दिया है। ड्राफ्ट को लेकर सुझाव आने के बाद यूजीसी ड्राफ्ट को अंतिम रूप देकर अगले वर्ष से लागू करने को लेकर दिशा-निर्देश जारी करेगा। ड्राफ्ट के अनुसार नए पाठ्यक्रम और क्रैडिट फ्रेमवर्क के तहत 4 वर्षीय स्नातक (यूजी) की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को एक वर्ष की स्नातकोत्तर (मास्टर) की डिग्री का विकल्प मिलेगा। इसके अलावा 3 वर्षीय यूजी कोर्स की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी को 2 वर्षीय मास्टर्स की पढ़ाई करनी होगी। उच्च शिक्षण संस्थानों व अन्य स्टेकहोल्डर्स से यूजीसी ने 15 दिसम्बर तक सुझाव मांगे हैं। बताते हैं कि यूजीसी की काऊंसिल बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 के तहत तैयार स्नातकोत्तर कोर्स के लिए नए पाठ्यक्रम व क्रैडिट फ्रेमवर्क को मंजूरी हाल ही में दी थी। इसके बाद यूजीसी ने अब ड्राफ्ट जारी कर दिया है। अभी तक देश में 2 वर्षीय मास्टर्स की पढ़ाई का ही विकल्प है। 

पढ़ाई का माध्यम बदलने का भी मिलेगा विकल्प
नए नियमों में अब छात्रों को पढ़ाई का माध्यम बदलने का विकल्प भी मिलेगा। इसमें विद्यार्थी ऑफलाइन, ओडीएल (दूरवर्ती शिक्षा), ऑनलाइन लॄनग से लेकर हाईब्रिड के माध्यम से सुविधानुसार पढ़ाई कर सकेंगे। नए पाठ्यक्रम में बहुविषयक पढ़ाई की सुविधा होगी। अभी यदि विद्यार्थी ने स्नातक प्रोग्राम कॉमर्स स्ट्रीम में पास किया है तो मास्टर्स भी कॉमर्स में ही कर सकते हैं। यानी कि 4 वर्षीय स्नातक प्रोग्राम में यदि किसी छात्र ने मुख्य विषय में भौतिक विज्ञान और अप्रमुख विषय में अर्थशास्त्र की पढ़ाई की है तो अब वह मुख्य व अप्रमुख दोनों में से किसी विषय को भी मास्टर्स में चुन सकेगा। यदि कोई विद्यार्थी मास्टर्स में स्ट्रीम बदलना चाहता है तो वह विकल्प भी मिलेगा। कॉमर्स व साइंस स्ट्रीम के स्नातक वाले विद्यार्थी यदि अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में मास्टर्स करना चाहते हैं तो उन्हें सीयूईटी पीजी 2024 या फिर किसी भी अन्य दाखिला प्रवेश परीक्षा में उस विषय में क्वालीफाई करना होगा।

ड्राफ्ट में क्रैडिट सिस्टम भी किया जारी 
ड्राफ्ट में कोर्स के साथ क्रैडिट सिस्टम भी जारी कर दिया है। नैशनल हायर एजुकेशन क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क के अनुसार मास्टर्स प्रोग्राम के लिए क्रैडिट्स सिस्टम भी तैयार किया गया है। इसके तहत पीजी डिप्लोमा के लिए 240 क्रैडिट प्वाइंट्स, 4 वर्षीय यूजी के बाद एक वर्षीय पीजी के लिए 260 क्रैडिट प्वाइंट्स, 3 वर्षीय यूजी के बाद 2 वर्षीय पीजी के लिए 260 क्रैडिट्स प्वाइंट्स और 4 वर्षीय यूजी के बाद 2 वर्षीय पीजी (बीई, बीटैक आदि जैसे कोर्स) के लिए 280 क्रैडिट्स प्वाइंट्स रखे हैं।
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