विधानसभा उपचुनाव: 6 में से 4 सीटें जीतकर सरकार की साख बचाने में कामयाब रहे सुक्खू

Edited By Kuldeep, Updated: 05 Jun, 2024 04:23 PM

shimla political challenge sukhu successful

हिमाचल में उपचुनाव के परिणामों से सुक्खू सरकार मजबूत होकर उभरी है। कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा उपचुनावों की 6 सीटों में से 4 पर कब्जा किया, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण योगदान एक तरह से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का रहा।

शिमला (राक्टा): हिमाचल में उपचुनाव के परिणामों से सुक्खू सरकार मजबूत होकर उभरी है। कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा उपचुनावों की 6 सीटों में से 4 पर कब्जा किया, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण योगदान एक तरह से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का रहा। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में सीएम सुक्खू ने आर्थिक चुनौती, आपदा से निपटने की चुनौती के बाद राजनीतिक चुनौती का भी सफलतापूर्वक सामना किया और अपने दम पर उपचुनावों में कांग्रेस सरकार की साख बचाने में कामयाब रहे। सीएम ने कांग्रेस पार्टी के चुनाव प्रचार को पूरी रणनीति के तहत विधानसभा उपचुनावों में धार दी और 6 विधायकों के बिकने को मुद्दा बनाकर इस लड़ाई को जनबल बनाम धनबल बना दिया, ऐसे में विधानसभा उपचुनाव को जनता का चुनाव बनाने की रणनीति कारगर साबित हुई और कांग्रेस पार्टी ने 4 सीटें जीतकर विधानसभा में पार्टी की स्थिति को मजबूत किया। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक सोची-समझी रणनीति के तहत सभी 6 सीटों पर ईमानदार और साफ-सुथरी छवि के उम्मीदवारों को उतारा।

इस रणनीति से जहां राजेंद्र राणा का गढ़ टूट गया, वहीं ऊना जिला में भी कांग्रेस पार्टी 2 बागियों देवेंद्र भुट्टो और चैतन्य शर्मा को हराने में सफल हुई। इसके अतिरिक्त नए चेहरे और महिला उम्मीदवार को लाहौल-स्पीति से उतारने का मुख्यमंत्री का दांव कामयाब हुआ, जिससे बागी रवि ठाकुर तीसरे स्थान पर खिसक गए और अपनी जमानत तक बचाने में असफल रहे। देखा जाए तो सीएम सुक्खू ने विधानसभा उपचुनावों पर विशेष ध्यान देकर सभी सीटों पर धुआंधार प्रचार करते हुए ताबड़तोड़ रैलियां कीं और बागियों पर तीखे हमले किए। इसी कारण कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा उपचुनावों के बेहतर प्रदर्शन करते हुए 4 सीटों पर कब्जा किया और विधानसभा में अपनी स्थिति को 34 से 38 कर दिया। ऐसे में डेढ़ साल में सुक्खू एक बार फिर जनता की कसौटी पर खरे उतरे और उन्होंने प्रदेश में अपनी लोकप्रियता का स्पष्ट प्रमाण दिया।

भाजपा के दावे धरे के धरे रह गए
सीएम का उपचुनाव पर ज्यादा फोकस रहा। उन्होंने शुरूआत से उपचुनाव को लेकर आक्रामक तेवर अपनाए और अंतिम दौर का प्रचार भी संबंधित सीटों पर ही केंद्रित किया, जिसका पार्टी को लाभ मिला। यदि उपचुनावों पर फोकस नहीं किया गया होता तो कांग्रेस की समीकरण बिगड़ सकते थे। कहा यह भी जा रहा है कि सीएम की रणनीति के कारण भाजपा का ऑप्रेशन लोटस फेल हो गया तथा प्रदेश में भाजपा नेताओं के सरकार बनाने के दावे धरे के धरे रह गए।

क्या बोले, मुख्यमंत्री सुक्खू
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संपर्क करने पर कहा कि जनता ने खरीद-फरोख्त की राजनीति को नकार दिया है और जनबल ने भाजपा के ऑप्रेशन लोटस को फेल कर दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव अलग-अलग मुद्दों पर लड़ा गया। उन्होंने कहा कि विधानसभा उपचुनाव में जीत का श्रेय कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्त्ताओं की मेहनत को जाता है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में अब जो 3 विधानसभा उपचुनाव होने हैं, उसमें भी कांग्रेस बेहतर प्रर्दशन करते हुए जीत दर्ज करेगी।

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