Edited By Kuldeep, Updated: 27 Nov, 2024 10:10 PM
राज्य में ठंड ने अब सभी रिकार्ड तोड़ डाले हैं। नवम्बर माह में शीतलहर का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि पहाड़ों से लेकर मैदान तक शीतलहर से कांप उठे हैं। 2016 के बाद इस वर्ष के नवम्बर माह में सूखा छाया हुआ है।
शिमला (संतोष): राज्य में ठंड ने अब सभी रिकार्ड तोड़ डाले हैं। नवम्बर माह में शीतलहर का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि पहाड़ों से लेकर मैदान तक शीतलहर से कांप उठे हैं। 2016 के बाद इस वर्ष के नवम्बर माह में सूखा छाया हुआ है। हालांकि पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी अवश्य हुई है लेकिन मैदानी व मध्य इलाके पूरी तरह से सूखे बने हुए हैं। इस वर्ष नवम्बर माह में 99 फीसदी कम वर्षा हुई है। यही कारण है कि अब शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। जहां न्यूनतम तापमान ताबो में रिकार्ड माइनस 10.5 डिग्री पहुंच गया है, वहीं प्रदेश के कई इलाकों का न्यूनतम तापमान शून्य से कहीं अधिक नीचे गिर गया है। मंगलवार को ताबो में न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री रहा था लेकिन मंगलवार को इसमें और इजाफा हुआ है। इसके अलावा कुकुमसेरी में माइनस 6.2, समधो में माइनस 2.6 डिग्री तापमान रहा। कल्पा का न्यूनतम तापमान भी माइनस में चला गया है और यहां न्यूनतम तापमान माइनस 1.4 डिग्री रहा। हालांकि केलांग के तापमान में थोड़ी बढ़ौतरी हुई है और यहां न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री रहा है लेकिन इससे पहले यहां न्यूनतम तापमान माइनस में चला हुआ था।
मौसम की बेरुखी के कारण अब शिमला से भी अधिक सर्द रातें मैदानी इलाकों की हो गई हैं। शिमला से अधिक शीतलहर मैदानी इलाकों में दिख रही है। हालांकि शिमला में ठंड से 2 मौतें भी हो चुकी हैं लेकिन यहां पर न्यूनतम तापमान 7 डिग्री बना हुआ है जबकि ऊना में 4.8, पांवटा साहिब में 2, पालमपुर में 5, सोलन में 4, कांगड़ा में 6, मंडी में 61, बिलासपुर में 6.5 डिग्री न्यूनतम तापमान चला हुआ है। अधिकतम तापमान भी लुढ़क गया है और ऊना में 26 डिग्री रहा, जबकि राजधानी शिमला में 15.6 डिग्री तापमान रहा है।
मौसम विभाग की मानें तो दो दिन गुरुवार व शुक्रवार को मौसम पूरी तरह से शुष्क रहेगा, लेकिन इस दौरान भाखड़ा बांध, बल्ह घाटी के जलाशय क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहेगा। हालांकि एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ देखा जा रहा है जिससे 30 नवम्बर, 2 व 3 दिसम्बर को लाहौल-स्पीति, चम्बा, कुल्लू जिलों के ऊंचे इलाकों के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा व बर्फबारी के आसार हैं लेकिन उसके बाद आगामी एक सप्ताह तक मौसम पूरी तरह से शुष्क रहेगा जिससे अभी आगामी दिनों तक बारिश और बर्फबारी के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही हैं कि शीतलहर का प्रकोप अब राज्य में और बढ़ेगा।