Edited By Kuldeep, Updated: 03 Aug, 2024 10:34 PM
आसमान से बरसी आफत के 62 घंटों बाद भी 47 लोगों का कहीं कोई सुराग नहीं लग पाया है। इनमें जिला शिमला में 33, कुल्लू जिला में 9 और मंडी जिला में 5 लोग शामिल हैं।
शिमला (संतोष): आसमान से बरसी आफत के 62 घंटों बाद भी 47 लोगों का कहीं कोई सुराग नहीं लग पाया है। इनमें जिला शिमला में 33, कुल्लू जिला में 9 और मंडी जिला में 5 लोग शामिल हैं। इन लापता लोगों के परिजन इनके कुशल होने की प्रार्थना कर रहे हैं और निगाहें इनके इंतजार में टकटकी लगाए हुए हैं। 1 अगस्त की मध्यरात्रि हुई जलप्रलय ने तीन जिलों शिमला, कुल्लू व मंडी में तबाही मचा कर रख दी है, जिसमें जान-माल की भारी क्षति हुई है। बादल फटने की घटनाओं में अब फंसे हुए सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
60 मकान जमींदोज हुए हैं और 35 मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। 19 गऊशालाएं, 10 दुकानों, 4 स्कूल, 1 स्वास्थ्य संस्थान भी जमींदोज हुए हैं। वाहन योग्य 5 व पैदल चलने वाले 9 पुल और 16 वाहन बह गए हैं, वहीं 3 फिश फार्म क्षतिग्रस्त हो गए हैं। शिमला के समेज में 301, मंडी के टिक्कां में 70 और कुल्लू के जाओं/बागीपुल में 39 जवानों को रैस्क्यू के लिए तैनात किया गया है, जिसमें एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, आईटीबीपी, आर्मी, सीआईएसएफ के जवानों सहित अन्य शामिल हैं।