Edited By Kuldeep, Updated: 24 Dec, 2025 09:34 PM

मां का प्रोफाइल चाहे बड़ा हो या छोटा लेकिन वह अपने बच्चों के लिए अपना जीवन दांव पर लगा देने से एक पल भी नहीं हिचकती है। मुझे ऐसी-ऐसी माएं मिलीं, जिन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए दिन में दो-दो शिफ्टों में काम किया।
शिमला (हैडली): मां का प्रोफाइल चाहे बड़ा हो या छोटा लेकिन वह अपने बच्चों के लिए अपना जीवन दांव पर लगा देने से एक पल भी नहीं हिचकती है। मुझे ऐसी-ऐसी माएं मिलीं, जिन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए दिन में दो-दो शिफ्टों में काम किया। दोगुना काम करके आधा पेट खाना खाया लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाकर आगे बढ़ाया। यह बात बुधवार को श्यामला एजुकेशनल एंड सोशल वैल्फेयर ट्रस्ट की ओर से गेयटी में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर मातृ नमन कार्यक्रम के शुभारंभ पर ट्रस्ट के अध्यक्ष सूरज जमालटा ने कही। इस मौके पर हिमाचल की 25 माताओं को सम्मानित किया गया। इस मौके पर सशक्त आवाज पत्रकारिता के बड़े चेहरे रुबिका लियाकत भी विशेष रूप से मौजूद रहीं। रुबिका लियाकत ने कहा हर मां की एक कहानी है, जो संघर्षों से भरी है लेकिन उस संघर्षों ने अपने बच्चों के लिए समाज के लिए नए रास्ते निकाले हैं। वहीं ट्रस्ट के संरक्षक प्रोफैसर नितिन व्यास ने कार्यक्रम की रूपरेखा और उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि मां के बिना जीवन में कोई भी उपलब्धि हासिल नहीं हो सकती।
माताएं तय कर लेती हैं तो राह में कोई रोड़ा नहीं बन सकता : जयराम ठाकुर
गेयटी थिएटर में आयोजित लोक माता अहिल्याबाई होल्कर मातृ नमन कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी विशेष रूप से पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मां के बिना तो हमारा अस्तित्व ही नहीं है। आज हम जो भी हैं उसमें हमारी मां की सीख, संघर्ष प्रेरणा का ही योगदान है। मां पर कुछ कहना सच में सूर्य को दीया दिखाने जैसा है, क्योंकि मां की महिमा शब्दों में समेटी ही नहीं जा सकती। मां जीवन की वह शक्ति है, जो जन्म देती है, संवारती है और हर पल अपने बच्चे के भविष्य के लिए समर्पित रहती है। पहली गुरु बनकर बोलना सिखाती है। चलना सिखाती है, और जीवन जीना सिखाती है। इस मौके पर श्यामला ट्रस्ट के संरक्षक नितिन व्यास, अध्यक्ष सूरज जमालटा, सचिव ईशा शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज आदि मौजूद रहे।