Edited By Kuldeep, Updated: 17 Aug, 2024 07:02 PM
कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 14 गांवों की 122-54-86 हैक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा। इसके तहत कांगड़ा तहसील के 10 गांव और शाहपुर तहसील के 4 गांव कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के दायरे में आएंगे।
शिमला (अभिषेक): कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 14 गांवों की 122-54-86 हैक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा। इसके तहत कांगड़ा तहसील के 10 गांव और शाहपुर तहसील के 4 गांव कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के दायरे में आएंगे। इस संबंध में प्रधान सचिव पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन देवेश कुमार की ओर से अधिसूचना जारी हो गई है। इसके साथ ही अब भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एयरपोर्ट विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण के साथ ही कई पेड़ भी जद में आएंगे। इसके अलावा कई कच्चे व पक्के मकान भी दायरे में आएंगे।
जारी की गई अधिसूचना के अनुसार 9678 फलदार पेड़, 18250 बिना फलदार वाले पेड़ भी कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण की जद में आएंगे यानी कि कुल मिलाकर 27920 पेड़ दायरे में आएंगे। भूमि अधिग्रहण की इस प्रक्रिया के कारण 942 परिवारों का पुनर्व्यवस्थापन किया जाएगा। इसके लिए कांगड़ा तहसील के अंतर्गत टांडा खोली, उपरेहड़, घुंडी, हार, चौंधा में कुल मिलाकर 11-29-31 हैक्टेयर भूमि चयनित की गई है। इसके अलावा शाहपुर तहसील के अंतर्गत बैंटलू, क्योड़ी, रनेड़ व हार में 3-83-96 हैक्टेयर भूमि चयनित की है। परिवारों को पुनर्व्यवस्थापन के लिए कांगड़ा व शाहपुर में कुल मिलाकर 15-13-27 हैक्टेयर भूमि का चयन किया गया है।
बताते हैं कि कांगड़ा हवाई अड्डे के रनवे की लंबाई मौजूदा 1,372 मीटर से बढ़ाकर 3,010 मीटर करने के लिए भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। इससे बड़े हवाई जहाजों की लैंडिंग में सुविधा होगी और लोगों को प्रतिस्पर्धी दरों पर हवाई सेवा की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। प्रदेश सरकार ने कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने का ऐलान कर रखा है और इस बीच कांगड़ा के गग्गल एयरपोर्ट के विस्तार की योजना सिरे चढ़ने पर इसका लाभ पर्यटन उद्योग को होगा।
सूचना के अनुसार कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए इस प्रोजैक्ट की कुल लागत 4500 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। मौजूदा समय में इस पट्टी की लंबाई कम होने के कारण बड़े विमान टेक ऑफ नहीं कर पाते हैं। बताया जा रहा है कि रनवे की लंबाई बढ़ने के बाद यहां कम विजिबिलिटी में भी उड़ान संभव हो पाएगी। इस एयरपोर्ट के विस्तार होने से प्रदेश में कांगड़ा एयरपोर्ट देश के विभिन्न महानगरों से सीधे जुड़ पाएगा।