Edited By Kuldeep, Updated: 28 Jan, 2025 09:47 PM
हिमाचल प्रदेश में रियल एस्टेट डिवल्पमैंट अथॉरिटी (रेरा) के पूर्व अध्यक्ष व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी की ओर से सरकारी खजाने से देश के विभिन्न राज्यों के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को सेब बांटने का मामला सामने आया है।
शिमला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश में रियल एस्टेट डिवल्पमैंट अथॉरिटी (रेरा) के पूर्व अध्यक्ष व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी की ओर से सरकारी खजाने से देश के विभिन्न राज्यों के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को सेब बांटने का मामला सामने आया है। ऐसे में सरकार इस मामले की जांच करने जा रही है। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी का कहना है कि इसकी जांच की जाएगी।
उनका कहना है कि सरकारी खजाने से दूसरे राज्यों के आईएएस और आईपीएस को सेब बांटना सही नहीं है। यदि सेब बांटना है तो अपने पैसों से बांटना चाहिए। बताया जा रहा है कि पूर्व अध्यक्ष ने वर्ष 2022 में अपने पद पर रहते हुए 49 सेब की पेटियां सरकारी खजाने से बांटीं, जबकि नियमों में सरकारी खजाने का इस्तेमाल इसके लिए नहीं किया जा सकता है।
ऐसा कोई प्रावधान नहीं हैं। इसे सरकारी उपक्रम हिमाचल प्रदेश बागवानी राज्य विपणन और प्रसंस्करण निगम (एचपीएमसी) से खरीद कर अधिकारियों को बांटा गया है। इसमें सबसे ज्यादा अधिकारी राजस्थान के हैं। एचपीएमसी से 20 किलोग्राम की 49 सेब की पेटियां खरीदी गई थीं। जिस पर अब जांच होगी।