Edited By Kuldeep, Updated: 25 May, 2024 04:28 PM
![shimla himachal mountaineering activities promotion](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_16_27_472357622governorinshimla-ll.jpg)
प्रदेश में ऐसी अनेक पर्वतीय चोटियां हैं, जिनके बारे में अभी अधिक प्रचार नहीं हुआ है। दुनिया भर के पर्वतारोही नेपाल सहित अन्य देशों की अनेक चोटियों पर चढ़ने का कार्य करते हैं, जिससे वहां के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है, लेकिन प्रदेश में अभी इस दिशा...
शिमला (ब्यूरो): प्रदेश में ऐसी अनेक पर्वतीय चोटियां हैं, जिनके बारे में अभी अधिक प्रचार नहीं हुआ है। दुनिया भर के पर्वतारोही नेपाल सहित अन्य देशों की अनेक चोटियों पर चढ़ने का कार्य करते हैं, जिससे वहां के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है, लेकिन प्रदेश में अभी इस दिशा में और प्रयास करने की आवश्यकता है। यह बात राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शनिवार को राजभवन शिमला में शिष्टाचार भेंट करने आए हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति की 6303 मीटर ऊंची चाऊ-चाऊ कांग निल्दा चोटी को फतेह करने वाले प्रदेश के 4 पर्वतारोहियों से कही। इनमें शिमला जिले के राहुल, निकिता ठाकुर और ईशानी तथा मंडी जिले के शुभम बिष्ट शामिल थे।
राज्यपाल ने इन युवा पर्वताराहियों की सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि उनका यह प्रयास सराहनीय है जो अन्यों को भी साहसिक पर्यटन गतिविधियों से जोड़ने में सहायक सिद्ध होगा। राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल को पर्यटन की दृष्टि से देखा जाता है। इस दृष्टि से जब यह पर्वतारोहण की ऐसी गतिविधियां होंगी तो देश-दुनिया के पर्वताराेही हिमाचल की चोटियों में चढ़ने के लिए आएंगे। इन चोटियों का प्रचार होगा और समाज के लोग उन्हें जानेंगे। प्रदेश में ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एक अच्छे नैटवर्क की आवश्यकता है, जिसके लिए मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा भी उपस्थित थे।