Edited By Kuldeep, Updated: 28 Feb, 2023 10:40 PM
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तरफ से हिमाचल प्रदेश राज्य कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को भंग करने के निर्णय पर मोहर लग गई है। इसको लेकर सरकार की तरफ से जारी अधिसूचना को राजपत्र में प्रकाशित कर दिया गया है।
शिमला (ब्यूरो): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की तरफ से हिमाचल प्रदेश राज्य कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को भंग करने के निर्णय पर मोहर लग गई है। इसको लेकर सरकार की तरफ से जारी अधिसूचना को राजपत्र में प्रकाशित कर दिया गया है। अधिसूचना के राजपत्र में प्रकाशन के साथ ही अब कर्मचारी चयन आयोग विधिवत तौर पर भंग हो गया है तथा इसके माध्यम से जारी भर्ती प्रक्रिया को अब औपचारिक रूप से हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग शिमला के लिए स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
इससे पहले मुख्यमंत्री की तरफ से आयोग को भंग करने का निर्णय शिक्षा सचिव और आई.जी. विजीलैंस की रिपोर्ट के आने के बाद लिया गया था। उनका कहना था कि आयोग में बीते 3 साल से पेपर लीक का सिलसिला चल रहा था, जिसके चलते सरकार के पास इसको भंग करने का कोई विकल्प नहीं था। हालांकि सरकार ने निकट भविष्य में भर्ती प्रक्रिया को लेकर वैकल्पिक संस्थान का गठन करने की बात कही है। कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के कर्मचारियों को सरप्लस पूल में डालने के बाद अब उनकी सेवाएं दूसरे विभागों में समायोजित की जा रही हैं, जिसके लिए उनसे विकल्प मांगे गए हैं।