Edited By Kuldeep, Updated: 05 Jul, 2024 11:18 PM
आगामी 12 घंटों के लिए मौसम विभाग ने शिमला सहित 6 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है, जबकि 11 जुलाई तक बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा।
शिमला (संतोष): आगामी 12 घंटों के लिए मौसम विभाग ने शिमला सहित 6 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है, जबकि 11 जुलाई तक बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा। शिमला के अलावा मंडी, सिरमौर, कांगड़ा, कुल्लू, किन्नौर में फ्लश फ्लड की चेतावनी जारी की गई है। लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की हिदायत जारी की गई है। शुक्रवार को प्रदेश के कई इलाकों में वर्षा हुई है, जिसमें धौलाकुंआ व ऊना में सबसे अधिक मेघ बरसे हैं और खासतौर पर ऊना के लोगों ने भीषण गर्मी से राहत पाई है और यहां अधिकतम तापमान में भी कमी आई है। शिमला में 0.8, सुंदरनगर में 8, धर्मशाला में 14, ऊना में 40.2, नाहन व सोलन में 1.2-1.2, कांगड़ा में 27, मंडी में 5, बिलासपुर में 11.5, हमीरपुर में 0.5, जुब्बड़हट्टी में 0.4, कुफरी में 0.5, सेओबाग में 2, धौलाकुंआ में 47.5, बरठीं में 36, कसौली में 1, नेरी में 2.5, सैंज व बजौरा में 3.5-3.5 मिलीमीटर वर्षा हुई है और चम्बा में अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री, राजधानी शिमला में 22.4 डिग्री रहा। ऊना में वर्षा होने से यहां पर तापमान लुढ़का है और अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री रहा है। राज्य में पिछले 24 घंटों में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम तो कहीं-कहीं अति भारी वर्षा हुई है। इसमें पालमपुर में 13, कटौला में 11, बैजनाथ में 9, जोगिंद्रनगर में 6, मंडी, कोठी में 4-4, कुफरी, चौपाल, कोटखाई, शिलारू, धर्मशाला में 3-3, कसौली, मनाली, खदराला, नारकंडा, पंडोह, रोहड़ू, कांगड़ा में 2-2, सुंदरनगर, सुजानपुर टिहरा, शिमला, सराहन व गोहर में 1-1 सैंटीमीटर वर्षा हुई है।
मंडी जिला की 12 सड़कें की दुरुस्त, 202 ट्रांसफार्मर किए ठीक
शुक्रवार को 13 सड़कें व 202 बिजली ट्रांसफार्मरों को दुरुस्त बनाया गया है। अकेले जिला मंडी में ही 12 सड़कों को यातायात के लिए बहाल किया गया है। सुबह 77 सड़कें बंद थीं और शाम को 64 सड़कें बंद चल रही हैं। प्रदेश में ठप्प पड़े 236 बिजली ट्रांसफार्मरों में से 202 को दुरुस्त बनाया गया है और अब सिर्फ 34 ट्रांसफार्मर ही बंद हैं। मंडी में 132 ट्रांसफार्मर बंद थे, जिनमें से सभी को दुरुस्त कर दिया गया है। हालांकि पेयजल योजनाएं सुबह 19 बंद चल रही थीं, लेकिन शाम तक 25 पेयजल योजनाएं और प्रभावित हुई हैं और अब 44 पेयजल योजनाएं प्रभावित चल रही हैं।
इन जगहों पर आई बारिश की वजह से परेशानी
भारी बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। मनाली-लेह सड़क पर जिंगजिंग बार से तकरीबन 7 किलोमीटर आगे गुरुवार मध्यरात्रि को पहाड़ी से ग्लेशियर के लगातार पिघलने से सड़क अचानक बाढ़ से बंद हो गई, जिसे शुक्रवार शाम तक दुरुस्त बनाने का कार्य चलता रहा। इसमें लेह से मनाली की तरफ आ रहे दो ट्रक और एक बाइक मलबे में फंस गए। बीआरओ के जवानों ने बाइकर को कड़ी मशक्तत के बाद निकाला। कांगड़ा जिला के गग्गल के ईच्छी क्षेत्र में शुक्रवार सुबह से ही झमाझम बारिश के चलते कई गली-मोहल्लों व सड़कों पर जलभराव हो गया है। सड़कें तालाब बन गई और छोटे नाले उफान पर आ गए। गांव जाने वाले रास्ते भी पानी से भर गए। मुलथान तहसील के सभी गांवों में रात से लगातार भारी बारिश हो रही है। बरोट-मुलथान-लोहारड़ी मुख्य सड़क जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गई। उधर, ऊना में मेघ झमाझम बरसे और ऊना में चौक चौराहे जलमग्न हो गए और गलियों में जलभराव हो गया।