Edited By Kuldeep, Updated: 19 Nov, 2024 07:21 PM
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यालय ने हिमाचल में ब्यास नदी और यूपी के सहारनपुर में यमुना नदी से संबंधित अवैध खनन मामले में 2 व्यक्तियों ज्ञान चंद और संजय धीमान को गिरफ्तार किया है।
शिमला (राक्टा): प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यालय ने हिमाचल में ब्यास नदी और यूपी के सहारनपुर में यमुना नदी से संबंधित अवैध खनन मामले में 2 व्यक्तियों ज्ञान चंद और संजय धीमान को गिरफ्तार किया है। इसी कड़ी में दोनों व्यक्तियों को ईडी की जांच टीम ने मंगलवार को विशेष न्यायालय गाजियाबाद के समक्ष पेश किया। सूचना के अनुसार ईडी को कुछ शिकायतें और खुफिया सूचनाएं प्राप्त हुई थीं, जिनमें आरोप लगाया गया था कि ज्ञान चंद सहित कई अन्य खनन माफिया द्वारा ब्यास नदी के तट पर अवैध तौर से रेत और खनिज का खनन किया जा रहा है। आरोप ये भी है कि अवैध खनन कार्यों से सैंकड़ों करोड़ रुपए की आपराधिक आय अर्जित की गई है।
ऐसे में ईडी ने जांच को आगे बढ़ाते हुए हिमाचल और सहारनपुर में ज्ञान चंद और उसके साथियों सहित कई खनन माफियाओं के 12 परिसरों पर एक साथ दबिश दी। साथ ही कई व्यक्तियों के बयान भी दर्ज किए गए। इस दौरान जब्त की गई सामग्री की जांच करने पर खुलासा हुआ कि ज्ञान चंद और उसके साथी ब्यास नदी से लेकर यमुना नदी तक अवैध खनन कार्यों में शामिल हैं। अवैध खनन से अर्जित आपराधिक आय का उपयोग अचल संपत्तियों और खनन मशीनरी जैसे ट्रक, टिप्पर, जेसीबी, क्रशर आदि खरीदने में किया है। इसके साथ ही कई अन्य तथ्य भी छानबीन में सामने आए हैं।
ऊना-कांगड़ा में दर्ज 6 एफआईआर
ईडी ने कांगड़ा और ऊना जिलों के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में अवैध खनन से जुड़ी शिकायतों के तहत दर्ज 6 एफआईआर की भी अपनी जांच काे आधार बनाया है। संबंधित एफआईआर में आरोप है कि दोनों जिलों में सरकारी भूमि पर बड़े स्तर पर अवैध खनन गतिविधियां चल रही हैं तथा टिप्पर, पोकलेन, जेसीबी और ट्रैक्टर अवैध खनन में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं। साथ ही खनिजों को ओवरलोड वाहनों में अवैध रूप से स्टोन क्रशर तक पहुंचाया जा रहा है।
यूपी के बेहट थाना में भी केस हुआ दर्ज
इसके साथ ही ज्ञान चंद और अन्य के खिलाफ आईपीसी 1860, सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम 1984 और खान और खनिज (विनियमन और विकास) अधिनियम 1957 (संशोधित) की धाराओं के तहत बेहट पुलिस स्टेशन सहारनपुर में भी बीते 1 नवम्बर को एक अन्य एफआईआर भी दर्ज की गई है। ऐसे में ईडी ने व्यापक जांच करने के लिए यूपी पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक और एफआईआर को भी अपनी जांच का आधार बनाया है।
क्या बोले, मुख्यमंत्री सुक्खू
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ईडी ने गिरफ्तारी क्यों की है, ये देखने वाली बात है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर उनका गृह जिला है, ऐसे में यदि नादौन से जुड़े किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी होती है तो उसको गलत तरीके से पेश नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर को सोच समझ कर बयानबाजी करनी चाहिए। वे पूर्व सरकार में उद्योग मंत्री रहे हैं, ऐसे में उन्हें पूरे मामले का ज्यादा पता होगा। उन्होंने कहा कि इस मामले को उनका राजनीति करने का ध्येय होगा, ऐसे में पूर्व मंत्री तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं।