Edited By Kuldeep, Updated: 28 Jul, 2025 08:33 PM

राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश आपदाग्रस्त क्षेत्रों के लिए विशेष राहत पैकेज देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में लगातार 4 दिन तक चलने वाली मंत्रिमंडल बैठक के पहले दिन यह महत्वपूर्ण घोषणा की गई।
शिमला (कुलदीप): राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश आपदाग्रस्त क्षेत्रों के लिए विशेष राहत पैकेज देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में लगातार 4 दिन तक चलने वाली मंत्रिमंडल बैठक के पहले दिन यह महत्वपूर्ण घोषणा की गई। इस पैकेज के अंतर्गत पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकान के लिए दी जाने वाली 1.30 लाख रुपए की सहायता राशि को बढ़ाकर 7 लाख रुपए किया गया है। आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकान के लिए 12,500 रुपए की राशि को बढ़ाकर 1 लाख रुपए किया गया है। इसी प्रकार क्षतिग्रस्त दुकान अथवा ढाबे के लिए दी जा रही राशि को 10 हजार रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए किया गया है।
गौशाला के क्षतिग्रस्त होने पर अब 10 हजार रुपए के स्थान पर 50 हजार रुपए और किराएदारों को सामान की हानि पर 50 हजार रुपए तथा मकान मालिक को 70 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। बड़े दुधारू पशुओं की हानि पर अब 37,500 रुपए के बजाय 55 हजार रुपए प्रति पशु की दर से मुआवजा दिया जाएगा, जबकि बकरी, सूअर, भेड़ व मेमने के नुक्सान पर दी जाने वाली राशि 4 हजार रुपए से बढ़ाकर 9 हजार रुपए प्रति पशु कर दी गई है।
पूरी तरह क्षतिग्रस्त पॉलीहाऊस के लिए 25 हजार रुपए और मकान से गाद हटाने के लिए 50 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। कृषि व बागवानी भूमि के नुक्सान पर मुआवजा 3,900 रुपए प्रति बीघा से बढ़ाकर 10 हजार रुपए प्रति बीघा कर दिया गया है। गाद हटाने के लिए सहायता 1,500 रुपए प्रति बीघा से बढ़ाकर 6 हजार रुपए प्रति बीघा की गई है। फसल नुक्सान पर मुआवजा 500 रुपए प्रति बीघा से बढ़ाकर 3 हजार रुपए प्रति बीघा कर दिया गया है।
आपदा में जान गंवाने वालों मंत्रिमंडल की श्रद्धांजलि
मंत्रिमंडल ने प्रदेश में हाल ही में आई आपदा के कारण हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया। मंत्रिमंडल ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की तथा इस कठिन समय में प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता प्रकट की। मंत्रिमंडल ने राहत एवं पुनर्वास कार्यों में बहुमूल्य सहयोग देने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय सेना, राज्य पुलिस, होम गार्ड्स, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा अन्य व्यक्तियों के प्रति आभार व्यक्त किया। बैठक में आपदा और उससे निपटने के उपायों पर एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी गई।
जगत नेगी के साथ अभद्रता व राष्ट्रीय ध्वज अनादर की निंदा
मंत्रिमंडल ने मंडी जिले के सराज क्षेत्र में कुछ असामाजिक तत्वों की तरफ से राजस्व मंत्री के साथ अभद्रता और राष्ट्रीय ध्वज के प्रति अनादर की घटना की कड़ी निंदा की। बैठक में आम लोगों से आपदा राहत कोष में उदारतापूर्वक योगदान देने की अपील की, ताकि प्रभावित परिवारों की सहायता की जा सके।
केंद्र से मूल्यांकन के लिए टीम आई, पैसा आना बाकी : जगत
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार से आपदा का मूल्यांकन करने के लिए टीम आई है। इसके अलावा बादल फटने की बढ़ती घटनाओं एवं मौसम परिर्वतन का मूल्यांकन करने के लिए टीम भेजी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिल्ली दौरे के दौरान इस विषय को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अमित शाह और निर्मला सीतारमण से उठाया है। उन्होंने कहा कि बरसात से हुए नुक्सान का आकलन करने के लिए तहसीलदार, कनिष्ठ अभियंता स्तर के अधिकारी व पटवारी के स्तर पर मूल्यांकन किया जाएगा।
जयराम की संकीर्ण सोच, अपने क्षेत्र तक सीमित
जगत सिंह नेगी ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की तरफ से एरिया स्पैसिफिक पैकेज की मांग पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा की सोच संकीर्ण है और वह अपने क्षेत्र तक सीमित हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सभी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में एक समान राहत देगी, चाहे 1 मकान को नुक्सान पहुंचा हो या 20 को क्षति हुई हो।