Edited By Kuldeep, Updated: 08 Jan, 2025 05:50 PM
साइबर ठगों द्वारा सोशल मीडिया पर लोगों को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। इनमें से एक ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब ऑफर का झूठा प्रलोभन देकर लोगों के साथ ठगी करने का तरीका भी सामने आया है।
शिमला (राक्टा): साइबर ठगों द्वारा सोशल मीडिया पर लोगों को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। इनमें से एक ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब ऑफर का झूठा प्रलोभन देकर लोगों के साथ ठगी करने का तरीका भी सामने आया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से ऐसे मामले लगातार साइबर पुलिस के पास पहुंच रहे हैं। ऐसे में साइबर पुलिस ने लोगों को अलर्ट किया है कि इस तरह के प्रलोभन में न आएं, न ही किसी संदिग्ध यूआरएल व लिंक का जवाब दें और न ही उस पर क्लिक करें।
सामने आया है कि साइबर ठग 1 से 2 घंटे तक काम करके हजारों रुपए प्रतिदिन कमाने का लालच देते हैं। इस प्रकार के लुभावने ऑफर को देखकर लोग आसानी से इनके जाल में फंस जाते हैं। साइबर पुलिस के अनुसार पार्ट टाइम ऑनलाइन जॉब करने के लिए पहले लोगों को व्हाट्सएप, टैलीग्राम मैसेजिंग, वैबसाइट, मोबाइल एप सहित अन्य माध्यमों से लिंक भेजते हैं।
ऐसे में जो उनके जाल में फंस जाते हैं, उन्हें पहले गूगल पर रेटिंग देने, लिंक को आगे फॉरवर्ड करने, वीडियो क्लिप देखने या कोई अन्य आसान कार्य करने को कहते हैं और बोनस का भी लालच दिया जाता है। इसी बीच शातिर आरोपी लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए उनकी काम की राशि को ऑनलाइन बढ़ाते हुए दर्शाते हैं। इसके बाद जब पैसा निकालने की बारी आती तो कुछ राशि जमा करवाने के लिए कहा जाता है। ऐसा न करने पर पूरा पैसा डूब जाने की बात कही जाती है। इसके साथ ही विभिन्न लिंक के माध्यम से लोगों की निजी जानकारी भी हासिल कर लेते हैं तथा लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं।
ये सावधानी बरतें
पार्ट टाइम जॉब की पेशकश करने वाले किसी भी मैसेज का पूरी पड़ताल करने से पहले जवाब देने से बचें। निजी जानकारियों को सांझा नहीं करें, जैसे बैंक अकाऊंट नंबर, पासवर्ड, एड्रैस आदि।
मुख्यमंत्री भी जाहिर कर चुके चिंता
बढ़ते साइबर अपराध को लेकर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी चिंता जाहिर कर चुके हैं। साथ ही उन्होंने पुलिस विभाग को साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में विभाग विभिन्न माध्यमों से लोगों को जागरूक कर रहा है।