Edited By Kuldeep, Updated: 01 Aug, 2023 06:52 PM

बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई से सरकार ने भी तौबा कर ली है।इसके दुष्परिणामों को देखते हुए सरकार ने आपदा के कारण सभी बंद स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है।
शिमला (प्रीति): बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई से सरकार ने भी तौबा कर ली है।इसके दुष्परिणामों को देखते हुए सरकार ने आपदा के कारण सभी बंद स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है। ऐसे में आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के स्कूलों को भी अब जल्द खोला जाएगा। हालांकि प्रदेश में अभी 85 से 90 प्रतिशत स्कूल खुले हैं जबकि चम्बा, शिमला, मंडी, कुल्लू जिले के कई स्कूल बंद हैं। इससे छात्रों की पढ़ाई प्र्रभावित हो रही है। सरकार ने संबंधित जिलाधीशों को इन क्षेत्रों में सभी सुविधाएं बहाल करने के निर्देश दिए हैं। अवरुद्ध सड़कों को खोलने को कहा है।
भारी बारिश के कारण जो स्कूल क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनकी मुरम्मत करने या बच्चों के लिए फिलहाल कहीं अन्य स्थान पर बैठने की व्यवस्था करने को कहा गया है, ताकि बच्चों की कक्षाएं शुरू की जा सकें। इसके अलावा जिन स्कूलों के भवन बाढ़ में बह गए हैं, उन स्कूलों को कहीं ओर शिफ्ट किया जा सकता है। इसके लिए सरकार ने जिला प्रशासन को छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था करने के आदेश जारी किए हैं। गौर हो कि इस बरसात के कारण अभी तक 140 से अधिक स्कूलों को नुक्सान पहुंचा है। इससे शिक्षा विभाग को करोड़ों का नुक्सान हुआ है। हालांकि नुक्सान का यह आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है। जिलों से अभी भी नुक्सान की रिपोर्ट आ रही है।
ऑनलाइन पढ़ाई का कोई फायदा नहीं: शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई का कोई फायदा नहीं हैं। इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। ऐसे में अब राज्य के जिन क्षेत्रों में स्कूल बंद हैं वे खोले जाएंगे। हालांकि राज्य में 85 से 90 प्रतिशत स्कूल खुले हैं।