Edited By Kuldeep, Updated: 21 May, 2025 06:10 PM

चंडीगढ़ में हिमाचली छात्रों पर बढ़ते हमलों पर राज्य सरकार उच्च स्तरीय हस्तक्षेप करे। इसके तहत राज्य सरकार पंजाब और चंडीगढ़ प्रशासन के साथ इस विषय पर उच्च स्तरीय संवाद स्थापित करे और ऐसे मामलों पर त्वरित कार्रवाई के लिए संयुक्त तंत्र का गठन करे।
शिमला (राक्टा): चंडीगढ़ में हिमाचली छात्रों पर बढ़ते हमलों पर राज्य सरकार उच्च स्तरीय हस्तक्षेप करे। इसके तहत राज्य सरकार पंजाब और चंडीगढ़ प्रशासन के साथ इस विषय पर उच्च स्तरीय संवाद स्थापित करे और ऐसे मामलों पर त्वरित कार्रवाई के लिए संयुक्त तंत्र का गठन करे। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने बुधवार को शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह केवल कानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ी की शिक्षा, मानसिक सुरक्षा और विश्वास से जुड़ा मसला है। उन्होंने कहा कि बीती रात भी चंडीगढ़ में ठियोग निवासी एक युवक की कुछ युवकों ने बेरहमी से पिटाई कर दी। युवक को 21 टांके लगे हैं। गुड़ातत्वों ने कुछ वाहनों के साथ भी तोड़फोड़ की। राठौर ने कहा कि देर रात कुछ युवकों ने फोन पर उन्हें यह सूचना दी, जिसके बाद उन्होंने तुरंत डीजीपी से संपर्क किया और पुलिस प्रमुख ने तत्परता दिखाते हुए संबंधित छात्रों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में हिमाचल के छात्रों पर चड़ीगढ़ व आसपास के क्षेत्रों में हमलों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिनमें 2 छात्रों की निर्मम हत्या भी हो चुकी है। इनमें से एक छात्र उनके विधानसभा क्षेत्र ठियोग का था, जबकि दूसरा सोलन का निवासी था। इन घटनाओं ने न केवल छात्रों बल्कि उनके परिजनों में भी गहरी दहशत और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। राठौर ने कहा कि खासकर हिमाचल के वाहन नंबर देखकर छात्रों को रोका-टोका जा रहा है और डराने-धमकाने की कोशिश की जा रही है। जब छात्रों द्वारा स्थानीय थानों में शिकायत की जाती है तो उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। यह रवैया बेहद निंदनीय है और छात्रों की सुरक्षा के प्रति प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाता है। ऐसे में राज्य सरकार उच्च स्तरीय हस्तक्षेप करे।
शिमला से विभागों को शिफ्ट करना सही नहीं
वही राजधानी शिमला से विभागों को शिफ्ट करने पर भी कुलदीप राठौर ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि शिमला प्रदेश की राजधानी है और यहां पर सभी जिलों के लोग रहते हैं। ऐसे में यहां से विभागों को शिफ्ट करना सही नहीं है। यदि आवश्यकता है ही तो सरकार ऐसे विभागों को शिफ्ट करे, जो ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं हैं। शिक्षा निदेशालय को भी यहां से शिफ्ट करने की चर्चाएं हो रही हैं। इसको लेकर शिक्षा मंत्री से बात की गई है। बड़े विभागों को शिफ्ट न किया जाए।
प्रतिभा-विक्रमादित्य के बयान का किया समर्थन
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद पर बदलाव की स्थिति में प्रतिभा सिंह तथा मंत्री विक्रमादित्य सिंह द्वारा दमदार नेता को कमान सौंप जाने के दिए गए बयान को राठौर ने समर्थन किया। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जिसे भी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की कमान सौंपी जाए, वह प्रभावशाली हो। उन्होंने कहा कि अढ़ाई वर्ष का कार्यकाल सरकार पूरा कर चुकी है और वर्ष 2027 में चुनाव होने है। ऐसे में चुनाव जीतने के लिए एक मजबूत को होना भी आवश्यक है।