Edited By Vijay, Updated: 13 May, 2025 06:07 PM

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए सिरे से पुनर्गठन को लेकर चल रही तैयारियों के बीच पार्टी हाईकमान ने संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक कुलदीप सिंह राठौर को दिल्ली बुलाया है।
शिमला (राक्टा): हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए सिरे से पुनर्गठन को लेकर चल रही तैयारियों के बीच पार्टी हाईकमान ने संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक कुलदीप सिंह राठौर को दिल्ली बुलाया है। वह मंगलवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए। राठौर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल से मुलाकात कर सकते हैं। इसके साथ ही राष्ट्रीय स्तर की एक बैठक में भी वह भाग लेंगे। राठौर कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके हैं, ऐसे में चर्चाओं का दौर जारी है।
6 माह से भंग चल रहीं प्रदेश, जिला और ब्लॉक कमेटियां
कांग्रेस की प्रदेश, जिला और ब्लॉक कमेटियां बीते 6 माह से भंग चल रही हैं। केवल पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अपने पद पर बनी हुई हैं। वहीं अब उनका भी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर 3 वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है। ऐसे में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष पर नए चेहरे की तैनाती होने की चर्चाएं भी सियासी गलियारों में हैं। इस बदलाव से कांग्रेस में नए समीकरण उभरेंगे। सूचना के अनुसार प्रदेश कांग्रेस के पुनर्गठन को लेकर पूरी रूपरेखा तैयार हो चुकी है और अब प्रदेशाध्यक्ष पद पर फैसला लिया जाना है। इसी के चलते ही बीते दिन मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री सहित अन्य नेताओं को दिल्ली बुलाया गया था। हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति के कारण दिल्ली में होने वाली बैठक रद्द कर दी गई। अब स्थिति सामान्य होने के बाद नेताओं को फिर से दिल्ली बुलाया जा सकता है।
प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कई नाम चर्चा में
देखा जाए तो प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं। इनमें कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप राठौर के साथ ही विधायक संजय अवस्थी व सुरेश कुमार का नाम भी लिया जा रहा है। इसी तरह मंत्रियों में अनिरुद्ध सिंह, विक्रमादित्य सिंह और यादविंदर गोमा का भी नाम चर्चा में है। कुछ को ये भी कहना है कि एससी वर्ग से किसी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है। सोलन जिला से विधायक विनोद सुल्तानपुरी का नाम भी समर्थक ले रहे हैं। हालांकि अभी सीधे तौर पर कोई नेता प्रदेशाध्यक्ष के पद को लेकर खुलकर सामने नहीं आया है।
संगठन की गतिविधियां ठप्प
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के अलावा संगठन में कोई अन्य पदाधिकारी नहीं है, ऐसे में संगठन की गतिविधियां धरातल पर ठप्प पड़ी हुई हैं। साथ ही पार्टी मुख्यालय में भी नेताओं और कार्यकर्त्ताओं की चहल-पहल कम हो गई है। संगठन के गठन में हो रही देर से कार्यकर्त्ता भी मायूस होने लगे हैं।
नए संगठनात्मक जिले बनाने की तैयारियां
प्रदेश में कांग्रेस 4 नए संगठनात्मक जिले बनाने की तैयारियों में है। इसी तरह ब्लॉकों की संख्या 72 से बढ़ाकर 140 की जा सकती है। पूर्व में कांग्रेस ने संगठनात्मक ढांचे में बदलाव करते हुए नए जिले बनाए थे, लेकिन बाद में संबंधित निर्णय वापस ले लिया गया था। दावा किया जा रहा है मिशन 2027 पर आगे बढ़ रही कांग्रेस की राज्य, जिला व खंड कार्यकारिणी में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।
गठन के बाद मंत्रिमंडल विस्तार संभव
राज्य में कांग्रेस के नए सिरे से गठन के बाद मंत्रिमंडल विस्तार भी संभव है। इसके तहत कांगड़ा या कुल्लू जिला को तवज्जो मिलना तय है। यदि किसी मंत्री को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जाती है, तो उस स्थिति में 2 नए मंत्री बनेंगें। ऐसे में सभी नेताओं की नजरें प्रदेश कांग्रेस के पुनर्गठन पर टिकी हुई है। इसी तरह निगम बोर्ड भी सरकार धीरे धीरे नेताओं की ताजपोशी हो रही है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here