Edited By Kuldeep, Updated: 21 Mar, 2023 08:23 PM

विधानसभा में जब भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग घाघस जिला बिलासपुर में दिन के समय गाड़ी में बैठे एक व्यक्ति को मारने का मामला उठाया तो उस समय पक्ष-विपक्ष के सदस्यों के बीच नोक-झोंक हुई। इससे कुछ देर के लिए सदन का माहौल गर्मा गया।
शिमला (कुलदीप): विधानसभा में जब भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग घाघस जिला बिलासपुर में दिन के समय गाड़ी में बैठे एक व्यक्ति को मारने का मामला उठाया तो उस समय पक्ष-विपक्ष के सदस्यों के बीच नोक-झोंक हुई। इससे कुछ देर के लिए सदन का माहौल गर्मा गया।
त्रिलोक जम्वाल का आरोप था कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर 10 किलोमीटर तक गाड़ी का पीछा किया गया और इस घटना में एक राजनीतिक दल के उपाध्यक्ष भी शामिल थे। उन्होंने कहा कि गाड़ी को रोकने के बाद वहां पर पिस्तौल लहराई गई, जिससे कुछ समय तक जाम भी लगा रहा। इसके बावजूद आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया। इसके अलावा उन्होंने अपनी पंचायत के एक प्रधान पर विजीलैंस की रेड डालने और राजनीतिक आधार पर तंग करने का आरोप लगाया।
विधायक हंसराज नाराज होकर कुछ देर सदन से बाहर गए
विपक्ष की तरफ से डा. हंसराज ने कुल्लू जिले के मणिकर्ण की घटना का जब उल्लेख करना चाहा तो उस समय विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने उनको रोका। उसके बाद जब डा. हंसराज फिर बोलने लगे तो अध्यक्ष ने कहा कि वह सदन के भीतर ऐसा व्यवहार न करें, क्योंकि कार्यवाही को देखने आए बच्चों पर इसका गलत असर पड़ेगा। इसी दौरान डा. हंसराज कुछ समय के लिए सदन से बाहर गए तथा बाद में वापस अपनी सीट पर आ गए।