Edited By Jyoti M, Updated: 05 Aug, 2025 10:22 AM

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश के कारण एक बार फिर से तबाही का मंजर देखने को मिला है, खासकर सराज क्षेत्र में। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने नदी-नालों के जलस्तर को बढ़ा दिया है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश के कारण एक बार फिर से तबाही का मंजर देखने को मिला है, खासकर सराज क्षेत्र में। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने नदी-नालों के जलस्तर को बढ़ा दिया है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। इस आपदा से सराज की कई पंचायतें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जिनमें बूंगरैलचौक, संगलबाड़ा, ढीम कटारू, लंबाथाच, चिऊणी, थुनाग, पखरैर, मुरहाग, शिकावरी, लेहथाच, कांढ़ा-बगस्याड, शरण, बहलीधार, शिल्हीबागी, बागाचनोगी, भाटकीधार, कलहणी, खबलेच, जैंशला, बस्सी, कुकलाह और बाखली प्रमुख हैं।
बूंगरैलचौक और थुनाग जैसे बाजारों में, मलबा कई घरों में घुस गया है, जिससे वहां रह रहे हजारों लोगों की जान को खतरा पैदा हो गया है। इस आपदा ने पूरे क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं को भी बुरी तरह प्रभावित किया है।
सड़कें बंद, बिजली गुल
लगातार बारिश के चलते सराज की सभी मुख्य सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। हाल ही में पीडब्ल्यूडी द्वारा बाखलीखड्ड पर बनाए गए अस्थाई कलवर्ट भी बह गए हैं, जिससे मरम्मत का काम फिर से शुरू करना पड़ेगा। सबसे बड़ी समस्या यह है कि जंजैहली, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, का शेष दुनिया से संपर्क टूट गया है। इसके अलावा, बिजली आपूर्ति भी पूरी तरह से ठप हो गई है, जिससे पूरा सराज क्षेत्र अंधेरे में डूब गया है।
ज्यूणी वैली में भी आफत
गोहर उपमंडल की ज्यूणी वैली में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है। देवीदहड़, जहल, जाच्छ, करनाला, तुन्ना और शाला जैसे गांवों में ज्यूणी खड्ड का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे लोग दहशत में हैं और सुरक्षित स्थानों की तलाश में अपने घरों से बाहर निकल आए हैं। प्रशासन ने गोहर, स्यांज, नांडी और पंडोह के निवासियों को भी अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है, खासकर उन लोगों को जो ज्यूणी खड्ड के किनारे रहते हैं।
प्रशासन का अलर्ट और बचाव कार्य
जिला प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हाई अलर्ट जारी किया है। लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। एसडीएम थुनाग रमेश कुमार ने सभी प्रभावितों से तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया है। राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं, लेकिन भारी बारिश के कारण इसमें कई चुनौतियां आ रही हैं। प्रशासन ने कहा है कि वह हर संभव मदद देने का प्रयास कर रहा है और लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहा है।