Edited By Vijay, Updated: 13 Jun, 2021 12:09 AM
देहरादून के आईएमए ग्राऊंड में 449 जवानों को लैफ्टिनैंट की उपाधि से नवाजा गया। इसमें चम्बा जिले के भटियात क्षेत्र के कमलाडी गांव के राहुल थापा भी शामिल हैं। मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले राहुल थापा की छठी कक्षा तक की पढ़ाई आर्मी स्कूल बकलोह...
ककीरा (ब्यूरो): देहरादून के आईएमए ग्राऊंड में 449 जवानों को लैफ्टिनैंट की उपाधि से नवाजा गया। इसमें चम्बा जिले के भटियात क्षेत्र के कमलाडी गांव के राहुल थापा भी शामिल हैं। मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखने वाले राहुल थापा की छठी कक्षा तक की पढ़ाई आर्मी स्कूल बकलोह में हुई। उसके बाद 7वीं से 12वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय बकलोह में की। उसके बाद एक साल डीएवी बनीखेत में प्रथम सत्र की पढ़ाई करते हुए फौज में भर्ती हो गए। पालमपुर में भर्ती होने के बाद बनारस के 13 गोरखा ट्रेनिंग सैंटर में एक साल की ट्रेनिंग लेने के बाद एक साल तक अपनी यूनिट 5/9 जीआर चले गए।
सर्विस के दौरान ही उन्होंने एसीसी का कमीशन पास कर लिया और उसके बाद 2016 में वह आईएमए देहरादून चले गए जहां लगभग 5 साल की ट्रेनिंग के बाद शनिवार को उन्हें लैफ्टिनैंट का स्टार लगाकर नवाजा गया। उनकी बहन ज्योत्सना थापा, माता ज्योति थापा और उनके पिता धीरन थापा को कोविड-19 के चलते वहां जाने की अनुमति नहीं मिली। इसके कारण उन्हें यह कार्यक्रम घर में देखना पड़ा। राहुल के दादा, ताया व पिता धीरन थापा जो खुद आर्मी से रिटायर्ड हैं, उन्हें अपने बेटे राहुल थापा पर बहुत गर्व है। राहुल थापा ने इसका श्रेय माता-पिता और गुरुओं को दिया है।