Edited By PTI News Agency, Updated: 04 Jun, 2020 05:36 PM
शिमला, चार जून (भाषा) हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद में कथित भ्रष्टाचार पर राज्य सरकार से श्वेत पत्र और उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराने की बृहस्पतिवार को मांग की।
शिमला, चार जून (भाषा) हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद में कथित भ्रष्टाचार पर राज्य सरकार से श्वेत पत्र और उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराने की बृहस्पतिवार को मांग की।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कुलदीप सिंह राठौड़ और पार्टी के विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री की अगुवाई में एक शिष्टमंडल ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को इस बाबत एक ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने राज्यपाल से मांग की कि वे राज्य सरकार को स्वास्थ्य विभाग की खरीदारी पर एक श्वेत पत्र लाने का निर्देश दें।
फिलहाल राज्य का सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो कथित स्वास्थ्य घोटाले की जांच कर रहा है। वह स्वास्थ्य सेवा के निलंबित निदेशक अजय गुप्ता के खिलाफ भी भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहा है।
निदेशक ने राज्य सचिवालय के लिए स्वास्थ्य देखभाल उपकरण और सैनेटाइजर ज्यादा कीमत पर खरीदने के लिए कथित रूप से रिश्वत मांगी थी।
इस स्वास्थ्य घोटाले में 27 मई को तब राजनीतिक मोड़ आ गया जब प्रदेश भाजपा प्रमुख राजीव बिंदल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और दावा किया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया है कि ताकि निर्देशक के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की निष्पक्ष जांच हो सके।
राज्य सरकार ने वेंटिलेटर खरीद में कथित अनियमितता की तहकीकात के लिए निदेशक (उद्योग) की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का मंगलवार को गठन किया।
समिति 10 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।
स्वास्थ्य सेवा के संयुक्त निदेशक की अध्यक्षता में 28 मार्च को निदेशालय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की एक समिति गठित की गई थी जिसने 10 वेंटिलेटर खरीदने का निर्देश दिया था जिनमें से सात वेंटिलेटर 15 अप्रैल को प्राप्त हो गए और प्रत्येक की कीमत 10.29 लाख रुपये है।
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