Edited By Vijay, Updated: 21 Apr, 2020 11:28 PM
हिमाचल को केंद्र से मिली 4800 एंटी बॉडी रैपिड टैस्ट किट से जहां अधिकारी व लोगों की उमींदे बढ़ गई थीं, वहीं लोगों में एक बार फिर मायूसी छा गई है। केंद्र सरकार से मिली गाइडलाइन के तहत फिलहाल इन रैपिड टैस्ट किट से सैपलों की जांच पर रोक लगा दी गई है।
शिमला (ब्यूरो): हिमाचल को केंद्र से मिली 4800 एंटी बॉडी रैपिड टैस्ट किट से जहां अधिकारी व लोगों की उमींदे बढ़ गई थीं, वहीं लोगों में एक बार फिर मायूसी छा गई है। केंद्र सरकार से मिली गाइडलाइन के तहत फिलहाल इन रैपिड टैस्ट किट से सैपलों की जांच पर रोक लगा दी गई है। अब केंद्र सरकार द्वारा जब तक दोबारा से गाइडलाइन जारी नहीं की जाती है तब तक हिमाचल में रैपिड टैस्ट किट से कोविड-19 के सैंपलों की जांच नहीं होगी।
रैपिड टैस्ट किट से संबंधित आई हैं शिकायतें
बताया जा रहा है कि इन रैपिड टैस्ट किट से संबंधित कुछ शिकायतें आई हैं, जिसके चलते अब इस किट की पहले सही रूप से जांच की जा रही है। किट की यह जांच की जा रही है कि इससे सैंपलों की जांच सही रूप से होती है या नहीं। जैसे ही यह क्लीयर हो जाता है उसके बाद ही रैपिड किट से सैंपलों की जांच होगी।
राज्य सरकार ने केंद्र से मांगी हैं 30 हजार किटें
हिमाचल सरकार ने केंद्र से 30 हजार किटें मांगी हैं लेकिन अभी फिलहाल 4800 किटें ही हिमाचल को मिली हैं। बताया जा रहा है कि शीघ्र ही बाकी किटें भी पहुंच जाएंगी। इन रैपिड टैस्ट किट से यह फायदा होना है कि जो लोग बॉर्डर पर हैं, उनकी मौके पर ही कोरोना वायरस की जांच होनी है। वहीं चैक पोस्टों पर भी इस किट सैंपलों की जांच होगी।
रैपिड टैस्ट किट से 15 मिनट के अंदर आती है रिपोर्ट
इस रैपिड टैस्ट किट से 15 मिनट के अंदर सैंपलों की रिपोर्ट आती है। अगर यह सुवधिा शुरू हो जाती है तो इससे अधिक लोगों की कोरोना वायरस को लेकर जांच होगी। फिलहाल प्रदेश के टांडा अस्पताल, आईजीएमसी और सीआरआई कसौली की माइक्रोबायोलॉजी लैब में कोरोना वायरस के सैंपलों की जांच की जा रही है।