Edited By Kuldeep, Updated: 26 Jun, 2023 11:48 PM

चंडीगढ़-मनाली नैशनल हाईवे में जाम लगने से फंसे लोगों को 20 घंटों का समय गाडिय़ों में ही बिताना पड़ा। बच्चे और बुजुर्गों को अधिक परेशानियां झेलनी पड़ीं। फल और सब्जियां लेकर जा रहीं गाडिय़ों के चालक ज्यादा चिंतित नजर आए।
पंडोह/ठियोग/स्वारघाट (विशाल/मनीष/पवन): चंडीगढ़-मनाली नैशनल हाईवे में जाम लगने से फंसे लोगों को 20 घंटों का समय गाडिय़ों में ही बिताना पड़ा। बच्चे और बुजुर्गों को अधिक परेशानियां झेलनी पड़ीं। फल और सब्जियां लेकर जा रहीं गाडिय़ों के चालक ज्यादा चिंतित नजर आए। बता दें कि रविवार रात करीब 9 बजे चंडीगढ़-मनाली नैशनल हाईवे 4, 6 और 7 मील के पास भारी भू-स्खलन के कारण बंद हो गया था।
ए.एस.पी. मंडी सागर चंद ने बताया कि अभी हाईवे को दोतरफा बहाल करने में कम से कम 2 दिन का समय लग सकता है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आर.एस. बाली ने कहा कि चंडीगढ़-मनाली एन.एच. से मलबा हटाने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है और कुल्लू पहुंचने के लिए यातायात को चैलचौक-गोहर मार्ग पर भी मोड़ा गया है जिस कारण यातायात की गति थोड़ी धीमी है। इसके अलावा कुल्लू की ओर से आने वाले वाहनों के लिए कमांद (कांडी-कटोला) मार्ग भी खुला है और इसे वन वे किया गया है। इस दौरान एन.एच. पर फंसे राजस्थान के पर्यटकों ने सड़क पर बैठकर भजन-कीर्तन किया।
उधर ठियोग में पिछले 9 दिनों से बंद पड़े हिंदोस्तान-तिब्बत सड़क मार्ग व राष्ट्रीय राजमार्ग 5 पर वैली ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा हो जाने पर सोमवार देर शाम पी.डब्ल्यू.डी मंत्री विक्रमादित्य सिंह द्वारा रिबन काटकर ब्रिज का शुभारंभ किया गया। बताते चलें कि मैकेनिकल विंग राष्ट्रीय राजमार्ग 5 रिकांगपिओ के सहायक अभियंता भीम सिंह नेगी के अगुवाई में मैकेनिकल कर्मचारियों द्वारा दिन रात एक कर मात्र 6 दिनों में ब्रिज बनाया गया है। नवनिर्मित कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर स्वारघाट के समलेटू नामक स्थान पर भारी बारिश से सोमवार सुबह के समय कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर समलेटू स्थान पर सड़क के दोनों तरफ से पहाड़ दरक गए और हजारों टन मलबा-पत्थर फोरलेन सड़क पर पहुंच गया। गनीमत यह रही कि उस समय फोरलेन बंद था। फोरलेन कंपनी ने तुरंत बाद ही अपनी मशीनों से इस मलबे-पत्थरों को हटाना शुरू कर दिया।
करादिया 3 दिन में 102.38 करोड़ का नुक्सान ड़ नुक्सान
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार राज्य में तीन दिनों 24 जून से 26 जून शाम 5 बजे तक 102.38 करोड़ का नुक्सान हुआ है। इसमें जलशक्ति विभाग को 73.68, लोक निर्माण विभाग को 27.79 करोड़ की क्षति पहुंची है। इस दौरान 9 लोगों की जान गई है, जिसमें भूस्खलन से 1, डूबने से 3, पहाड़ी से गिरने से 2, सड़क हादसों में 3 मौतें हुई है, जबकि एक व्यक्ति लापता है। 14 लोग घायल हुए हैं।
आज वर्षा का ऑरैंज अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को भारी से भारी बारिश का आरैंज अलर्ट रहेगा। 28 जून से 30 जून तक यैलो अलर्ट रहेगा। पिछले 24 घंटों में धर्मशाला में 107, भटियात 75, पंडोह 50 व मशोबरा में 46 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डा.सुरिंद्र पाल ने कहा कि प्रदेशवासियों को 30 जून तक बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। कुछ एक स्थानों पर बादल फटने जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं।