Edited By Kuldeep, Updated: 13 Nov, 2024 05:05 PM
पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि मीडिया में 2 समाचार पढ़ कर मेरी तरह लाखों लोगों की आंखों में आंसुओं की झड़ी लगी होगी। जिसमें मंडी के बग्गी में शहीद हुए राकेश कुमार का अन्तिम संस्कार हुआ।
पालमपुर (भृगु): पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि मीडिया में 2 समाचार पढ़ कर मेरी तरह लाखों लोगों की आंखों में आंसुओं की झड़ी लगी होगी। जिसमें मंडी के बग्गी में शहीद हुए राकेश कुमार का अन्तिम संस्कार हुआ। शहीद की पत्नी भानुप्रिया ने शहीद पति का माथा चूमा, बेटे ने आंसुओं से पिता को प्यार किया, बेटी ने कंधा देकर अन्तिम विदाई दी। पूरा परिवार और हजारों लोग नम आंखों से शहीद को विदाई देते रहे। उस शहीद की शहादत को उन्होंने सलाम किया है और भारत सरकार से आग्रह किया है कि एक बार पूरी सेना को कश्मीर से आतंकवाद को समाप्त करने की सब प्रकार की छूट दे। उन्होंने कहा कि लालसिंगी में एक बाइक पर जा रहे 2 भाई सामने से आती हुई बस से टकराए। दुर्घटना इतनी जोर से हुई कि मौके पर दोनों की मृत्यु हो गई और पूरी सड़क उनके खून से लाल हो गई। इस दुर्घटना का पूरा समाचार पढ़ कर लगता है कि दोनों या कम से कम एक तेज रफ्तार से जा रहा था। यदि कोई एक धीरे चल रहा होता तो संभल जाता और यह दुर्घटना नहीं होती और 2 परिवारों में इस प्रकार का मातम न होता।
कानून का कोई डर नहीं
शांता कुमार ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार अमरीका, चीन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में प्रति हजार किलोमीटर पर 37 लोग दुर्घटना में मरते हैं परन्तु भारत में यह संख्या 250 से भी अधिक है। भारत में आवागमन का सबसे बड़ा साधन सड़क यातायात है। विश्व में सबसे अधिक दुर्घटनाएं भारत में होती हैं, जिनमें से कुछ दुर्घटनाएं बड़ी दर्दनाक होती हैं। सरकार की 3 रिपोर्टें मैंने देखी हैं। उनके अनुसार दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा 80 प्रतिशत कारण शराब पीकर और तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना है। इन 2 कारणों से ही 80 प्रतिशत दुर्घटनाएं होती हैं। भारत का एक दुर्भाग्य यह है कि न तो लोग कानून का आदर करते हैं और न ही कानून का कोई डर है।
व्यवस्था परिवर्तन के लिए प्रयासरत सीएम मेरी बात मानें
शांता कुमार ने कहा है कि भारत सरकार कानून बदले। शराब पीकर और तेज रफ्तार वाले अपराधों के लिए कम से कम 25,000 रुपए जुर्माना और 6 महीने के लिए लाइसैंस को रद्द करे। जिस दिन सरकार का यह कानून मीडिया में छपेगा, उसी दिन से सावधानी बढ़ेगी और दुर्घटनाएं घटेंगी। सरकार आधुनिक यंत्र सड़कों पर लगा कर शराब पीकर और तेज रफ्तार जैसे अपराधों को रिकार्ड करे और यह सजा देना शुरू करे। जुर्माना करने से सरकार की आय बढ़ेगी और सड़क पर मरने से हजारों लोग भी बचेंगे। शांता कुमार ने मुख्यमंत्री से विशेष आग्रह किया है कि वह व्यवस्था परिवर्तन प्रयास कर रहे हैं। मेरा यह सुझाव मानें तो हिमाचल प्रदेश के बहुत से लोगों का जीवन बच सकता है।