Edited By Jyoti M, Updated: 08 Feb, 2025 10:32 AM
![ordering health equipment online becomes costly](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_10_25_047802953sabun-ll.jpg)
शिमला के एक पर्यटन कारोबारी के साथ सोशल मीडिया साइट के माध्यम से की गई ऑनलाइन खरीदारी महंगी पड़ गई। कारोबारी मनोज को 4,038 रुपये की ठगी का शिकार होना पड़ा, जिसकी शिकायत उन्होंने दर्ज करवाई है। यह मामला शहर के लोअर बाजार क्षेत्र से संबंधित है।
हिमाचल डेस्क। शिमला के एक पर्यटन कारोबारी के साथ सोशल मीडिया साइट के माध्यम से की गई ऑनलाइन खरीदारी महंगी पड़ गई। कारोबारी मनोज को 4,038 रुपए की ठगी का शिकार होना पड़ा, जिसकी शिकायत उन्होंने दर्ज करवाई है। यह मामला शहर के लोअर बाजार क्षेत्र से संबंधित है।
पार्सल से निकलीं रिन साबुन की 2 टिकियां
कारोबारी ने स्वास्थ्य संबंधी उपकरण ऑक्सीमीटर, ब्लड प्रैशर और नब्ज मापने की मशीन सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए ऑर्डर किए थे। इसी दौरान वे इलाज के लिए चंडीगढ़ चले गए। बीते दिन उन्हें एक फोन कॉल आया, जिसमें बताया गया कि उनका पार्सल आ चुका है। कारोबारी ने कुरियर बॉय को फोन कर पार्सल दुकान पर मजदूर के पास छोड़ने के लिए कहा और 4,038 रुपए का भुगतान कर दिया। अगले दिन जब कारोबारी ने अपने मजदूर को पार्सल खोलने को कहा, तो वे देखकर चकित रह गए। पार्सल में स्वास्थ्य उपकरणों की जगह मात्र रिन साबुन की दो टिकियां निकलीं। मजदूर ने तुरंत इसकी सूचना कारोबारी को दी।
कंपनी से नहीं हो पाया संपर्क
इसके बाद, कारोबारी ने संबंधित कंपनी से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन फोन नहीं लगा। कई बार कोशिश करने के बावजूद, पार्सल कंपनी से संपर्क नहीं हो पाया। पीड़ित मनोज ने बताया कि फेसबुक पर ऑक्सीमीटर, ब्लड प्रेशर और नब्ज मापने की मशीन की सेल लगी थी, जिसके झांसे में वे आ गए और ऑर्डर कर दिया। अब कंपनी से कोई संपर्क संभव नहीं हो रहा है। उन्होंने अन्य लोगों से भी फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अनजाने लिंक से खरीदारी करने से बचने की अपील की है।
साइबर विशेषज्ञों की सलाह
साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि ऑनलाइन खरीदारी करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। बहुत बार ऑनलाइन शॉपिंग एप्स और सोशल मीडिया पर विज्ञापन के माध्यम से ऐसे प्रोडक्ट दिखाए जाते हैं, जो ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए होते हैं। लेकिन, जब ग्राहक इन्हें खरीदने का प्रयास करते हैं, तो वे ठगी का शिकार हो जाते हैं। गलत प्लेटफार्म से सामान ऑर्डर करने पर न केवल घटिया प्रोडक्ट मिलता है, बल्कि कई बार पैसे भी गवां दिए जाते हैं और सामान नहीं मिलता। विशेषज्ञों के अनुसार हमें किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दिख रहे अनजान लिंक से सामान खरीदने से पहले उसकी विश्वसनीयता जांचनी चाहिए। ई-मेल और एसएमएस के माध्यम से भी कई बार झूठे दावे किए जाते हैं, जिनके झांसे में आने से बचना चाहिए। ऑनलाइन शॉपिंग करते समय सतर्कता और सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। अनजान लिंक और आकर्षक ऑफर्स के चक्कर में न पड़ें और हमेशा प्रमाणिक वैबसाइटों से ही खरीदारी करें।