Edited By Vijay, Updated: 18 Jan, 2025 12:37 PM
सैंज घाटी की एक महिला ने ससुराल पक्ष पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। महिला ने कहा कि पति की मौत के बाद उस पर लगातार घर छोड़ने का दबाव बनाया जाता रहा और बच्चों को भी उससे छीन लिया गया।
सैंज (बुद्धि सिंह): सैंज घाटी की एक महिला ने ससुराल पक्ष पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। महिला ने कहा कि पति की मौत के बाद उस पर लगातार घर छोड़ने का दबाव बनाया जाता रहा और बच्चों को भी उससे छीन लिया गया। दर-दर भटकने के लिए मजबूर हुई महिला ने बंजार थाना में मामला दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है। बता दें कि यह महिला बीते शुक्रवार को पल्दी की दुर्गम पहाड़ियों में 5 दिन के बाद अचेत अवस्था में मिली थी। सैंज घाटी की बनोगी पंचायत के पातल गांव की वंती देवी (27) पत्नी कमलेश कुमार 5 दिन से लापता थी। पल्दी के गनेउली गांव स्थित मायके से वंती देवी गलु के रास्ते पैदल ससुराल की ओर निकली थी लेकिन जब वह घर नहीं पहुंची तो मायके वालों ने उसकी गुमशुदगी की सूचना पुलिस थाना बंजार में दर्ज करवाई। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर भी महिला की तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बीते सप्ताह पहाड़ियों में चील-कौए मंडरा रहे थे, ऐसे में जंगल में घास काटने गई महिलाओं ने वंती देवी को वहां अचेत अवस्था में पाया। वंती देवी को कुल्लू अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उसका उपचार चल रहा है।
सम्पत्ति में हिस्सेदारी देने के पक्ष में नहीं थे सास-ससुर
वंती देवी के पति कमलेश कुमार की एक साल पहले सैंज में हत्या हुई थी। पति का साथ छूटने के बाद ससुराल पक्ष में उसे प्रताड़ना झेलनी पड़ी। वंती देवी ने बताया कि कमलेश को उसके ताया ने गोद लिया था। ताया की मृत्यु के बाद उनकी जमीन और मकान कमलेश के नाम हो चुके थे। कमलेश की हत्या के बाद यह सम्पत्ति उसे और उसके 2 बेटों के नाम होनी थी, लेकिन कमलेश के मूल माता-पिता को यह रास नहीं आया। उसने आरोप लगाया कि सास-ससुर सम्पत्ति में उसे हिस्सेदारी देने के पक्ष में नहीं थे। इसके चलते उस पर अत्याचार का सिलसिला शुरू हुआ और उसे घर छोड़ने के लिए विवश किया जाता रहा।
बच्चों की याद में पैदल ससुराल निकली और जंगल में रास्ता भटकी
वंती देवी के मुताबिक कुछ दिन पहले ही सास दोनों बच्चों को उससे छीनकर कुल्लू ले गई। हालात से तंग आकर वह 2 दिन के लिए थाटीबीड़ स्थित मायके चली गई, लेकिन वहां बच्चों की याद सताती रही तो पैदल ही जंगल के रास्ते घर के लिए निकल पड़ी। रास्ता भटकने के बाद वह 5 दिन कैसे जीवित रही, यह अभी भी पहेली बनी हुई है। वंती देवी काे कुल्लू अस्पताल में भर्ती किया गया है।
क्या कहते हैं थाना प्रभारी बंजार
थाना प्रभारी बंजार चंद्रशेखर ने बताया कि बीते सप्ताह महिला को मायके वालों के हवाले किया गया। हालत नाजुक होने से वह बयान देने की हालत में नहीं थी। गम्भीर हालात के चलते बंजार अस्पताल से उसे क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू रैफर किया गया। घटना के एक सप्ताह बाद महिला ने बंजार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें उसने ससुराल पक्ष पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। पुलिस तहकीकात कर रही है।
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