Edited By Vijay, Updated: 11 Oct, 2019 08:57 PM
प्रदेश सरकार ग्लोबल इन्वैस्टर्स मीट की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गई है। इसके तहत समझौता ज्ञापनों को ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है, जिसमें ऑनलाइन निगरानी और ट्रैकिंग की जा रही है। इतना ही नहीं, विभागों को एमओयू सूची 9 दिन के भीतर...
शिमला: प्रदेश सरकार ग्लोबल इन्वैस्टर्स मीट की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गई है। इसके तहत समझौता ज्ञापनों को ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है, जिसमें ऑनलाइन निगरानी और ट्रैकिंग की जा रही है। इतना ही नहीं, विभागों को एमओयू सूची 9 दिन के भीतर फाइनल करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि 20 अक्तूबर तक इसे अंतिम रूप दिया जा सके, साथ ही सरकार ट्रैफिक प्लान को अंतिम रूप दे चुकी है। इसमें 6 से 9 नवम्बर के बीच दिल्ली से धर्मशाला के लिए अतिरिक्त उड़ानों को सुनिश्चित किया जा रहा है। धर्मशाला के अलावा गग्गल एयरपोर्ट की सेवाएं भी ली जाएंगी। यानी धर्मशाला और गग्गल एयरपोर्ट चंडीगढ़ एवं दिल्ली से जुड़े रहेंगे। इसी तरह होर्डिंग लगाने के लिए 150 साइटों का चयन करके इसको अंतिम रूप दिया जा रहा है।
केंद्र सरकार से लगातार संपर्क में प्रदेश सरकार के अधिकारी
निवेशकों की सुविधा के लिए विभिन्न हवाई अड्डों पर सहायता काऊंटर स्थापित करने का प्रस्ताव भी है। हवाई सेवाओं में किसी तरह का व्यवधान न आए, इसके लिए प्रदेश सरकार के अधिकारी केंद्र सरकार से लगातार संपर्क में हैं। ऊना-धर्मशाला, पठानकोट-धर्मशाला और शिमला-धर्मशाला राष्ट्रीय उच्च मार्गों का भी प्रयोग किया जाएगा। इस पर विशेष तौर पर विज्ञापन पट्ट लगाए जाएंगे। सरकारी स्तर पर अब तक हुई प्रगति की समीक्षा अब 16 अक्तूबर को धर्मशाला में होगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर स्वयं इस समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। उल्लेखनीय है कि 7 और 8 नवम्बर को धर्मशाला में होने वाली ग्लोबल इन्वैस्टर्स मीट के लिए सरकार की तरफ से 85,000 करोड़ रुपए तक का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से अब तक विभिन्न क्षेत्रों में 75,776 करोड़ रुपए के निवेश के 570 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।
मुख्य सचिव सहित पूरी टीम रख रही नजर
ग्लोबल इन्वैस्टर्स मीट पर मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी सहित अधिकारियों की पूरी टीम नजर रख रही है। इसमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग, अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव और विभागाध्यक्ष शामिल हैं। यह टीम नैशनल पार्टनर सीआईआई, मीडिया भागीदार-स्क्वेयर कॉ यूनिकेशन, नॉलेज पार्टनर-ईवाई और इवैंट पार्टनर-आईसीई के प्रतिनिधियों से लगातार बैठकें कर रही है ताकि आयोजन को सफल बनाया जा सके।