Edited By Vijay, Updated: 21 Dec, 2025 07:29 PM

जिला चम्बा की भजोत्रा पंचायत के मटवाड़ गांव के बेसहारा बच्चों के मामले ने सबको झकझोर कर रख दिया, वहीं अब चुराह उपमंडल की एक दर्दनाक घटना सामने आई है।
तीसा (चम्बा) (सुभानदीन): जिला चम्बा की भजोत्रा पंचायत के मटवाड़ गांव के बेसहारा बच्चों के मामले ने सबको झकझोर कर रख दिया, वहीं अब चुराह उपमंडल की एक दर्दनाक घटना सामने आई है। चुराह उपमंडल की ग्राम पंचायत दियोला के दलेला गांव में 2 मासूम एक बेटा व एक बेटी की आंखों में दर्द का सैलाब रुकने का नाम नहीं ले रहा है। यहां पिता की मौत के साथ मां भी लापता हो गई है। बच्चों की उम्र महज 9 और 5 साल है। दोनों बच्चों को पड़ोसियों ने अपने घर में शरण दी है।
जानकारी के अनुसार लापता मां की गुमशुदा की रिपोर्ट नकरोड़ चौकी में दर्ज करवाई गई है। गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे खेम राज पुत्र सूरत राम गांव दलेला डाकघर दियोला तहसील चुराह ने मासूम बच्चों की मां को ढूंढने की मांग पुलिस से की है। उन्होंने बताया कि हितेश कुमारी पत्नी नेहरू लाल गांव दलेला पिछले 15 दिनों से गायब है। उसके 2 बच्चे हैं। दोनों बच्चों को वह अपने बीमार पति के पास छोड़कर चली गई थी। उसी रात उसके बीमार पति का निधन हो गया, लेकिन उसके बाद वह अपने घर नहीं लौटी। अनाथ बच्चे पड़ोसियों के घर में रह रहे हैं। हितेश कुमारी पहले भी कई बार अपने बच्चों को छोड़कर मायके चली जाती थी। इसके साथ एक आध महीने के बाद फिर लौट आती थी। अब तो उसके मायके वालों को भी कोई उसकी जानकारी नहीं है।
जानकारी के अनुसार घर से लापता होने से पहले दिन वह ग्राम सभा में जाकर अपने बीमार पति से बार-बार तलाक मांग रही थी। अब बच्चों के पास न तो पिता का साया है न मां की ममता है। बच्चे अपने माता-पिता को याद करके रो रहे हैं। उधर, एसपी विजय सकलानी ने बताया कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। जांच की जा रही है।
गरीब है मदद करने वाला पड़ोसी
मासूम बच्चों ने जिन पड़ोसियों के घर में शरण ली है, वह भी काफी गरीब है। वह अपने परिवार का पालन-पोषण पशुपालन से करता है। 15 दिन से ये दोनों मासूम उनके घर ठहरे हुए हैं। फिलहाल वह अपने परिवार की तरह बच्चों की देखभाल कर रहे हैं। वहीं ग्राम पंचायत दियोला की प्रधान पदमु देवी ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर लापता मां को खोजने के प्रयास किए, लेकिन उसकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।