Edited By Vijay, Updated: 06 Oct, 2019 09:36 PM
सरकारी स्कूलों के सर्वे के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने शगुन एप तैयार की है। अब प्रदेश में जल्द ही इस एप के माध्यम से स्कूलों में ढांचागत सुविधाओं को लेकर सर्वे शुरू किया जाएगा। इसके तहत स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं को जांचा जाएगा।
शिमला: सरकारी स्कूलों के सर्वे के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) ने शगुन एप तैयार की है। अब प्रदेश में जल्द ही इस एप के माध्यम से स्कूलों में ढांचागत सुविधाओं को लेकर सर्वे शुरू किया जाएगा। इसके तहत स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं को जांचा जाएगा। स्कूल में कितने भवन हैं, उनमें कक्षा के कमरों का ब्यौरा व छात्रों के बैठने के लिए सुविधा संबंधी जानकारी इस एप में डालनी होगी। इसके अलावा स्कूलों में दी जाने वाली अन्य सुविधाओं को भी एप में डाला जाएगा। इसके लिए समग्र शिक्षा अभियान ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस दौरान विभाग ने इसके लिए टीमें भी गठित कर दी हैं।
केंद्र से गाइडलाइन जारी होने के बाद स्कूलों में भेजी जाएंगी टीमें
केंद्र सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी करने के बाद विभाग इन टीमों को स्कूलों में भेजेगा। एसएमसी के सदस्यों को भी विभाग ने इसमें शामिल किया है। ये टीमें प्रदेश के हर स्कूल में जाकर उक्त एप पर स्कूलों का रिकार्ड अपलोड करेंगी जिसे दिल्ली में बैठे एमएचआरडी के अधिकारी आसानी से देख पाएंगे। बताया जा रहा है कि विभाग ने इसमें शिक्षकों के अलावा डाईट के प्रशिक्षुओं को भी तैयार किया है। ये भी इस सर्वे में भाग लेंगे।
यू-डाइज के डाटा से मिलाया जाएगा रिकॉर्ड
शगुन एप में स्कूलों का रिकार्ड देखने के बाद एमएचआरडी इस रिकॉर्ड का मिलान यू-डाइज के डाटा से करेगा ताकि स्कूलों में स्थिति का पता चल पाए, ऐसे में यदि यह रिकॉर्ड अलग-अलग होगा तो इससे प्रदेश को केंद्र की ओर से मिलने वाला बजट प्रभावित हो सकता है। बताया जा रहा है कि यू-डाइज में दिए गए डाटा की वैरीफिकेशन के लिए एमएचआरडी ने यह नई योजना शुरू की है। सूत्रों की मानें तो प्रदेश में इसी माह के अंत तक यह सर्वे शुरू किया जाएगा।