Edited By Vijay, Updated: 07 Apr, 2021 10:08 PM
सूबे के शहरी निकायों और पंचायतों के चुनाव बुधवार को शांतिपूर्वक संपन्न हुए। नगर निगम और पंचायतों की तुलना में 6 नगर पंचायतों में सर्वाधिक 77.50 फीसदी लोगों ने मतदान किया जबकि धर्मशाला, पालमपुर, मंडी व सोलन नगर निगम में 63.70 फीसदी लोगों ने वोट दिए।
शिमला (देवेंद्र): सूबे के शहरी निकायों और पंचायतों के चुनाव बुधवार को शांतिपूर्वक संपन्न हुए। नगर निगम और पंचायतों की तुलना में 6 नगर पंचायतों में सर्वाधिक 77.50 फीसदी लोगों ने मतदान किया जबकि धर्मशाला, पालमपुर, मंडी व सोलन नगर निगम में 63.70 फीसदी लोगों ने वोट दिए। इसी तरह चौपाल, टुटू व धर्मपुर ब्लॉक की 136 पंचायतों में प्रधान पद के चुनाव में 62.10 फीसदी लोगों ने मतदान में हिस्सा लिया। मतदान के लिए लोगों के देरी से घरों से निकलने की वजह से चारों नगर निगम के कुछेक वार्डों में शाम 6 बजे तक भी मतदान चलता रहा। इसके बाद मतगणना शुरू हुई। देर रात तक सभी पंचायतों व निकाय के नतीजे घोषित किए गए।
आम मतदाताओं की वोटिंग के बाद कोविड पॉजिटिव व क्वारंटाइन चल रहे लोगों ने मतदान किया। इन आम चुनावों में 70 कोविड मरीजों ने वोट दिए। इन्हें पोलिंग पार्टी में तैनात स्वास्थ्य कर्मी ने पीपीई किट पहन कर मतदान करवाया। नगर निगम चुनावों में 48 कोविड मरीजों, 6 नगर पंचायतों में 15 कोविड मरीजों तथा पंचायतों में 7 पॉजिटिव मरीजों ने मतदान किया। कोरोना विस्फोट के बावजूद नतीजे आने के बाद देर शाम जश्र में कार्यकर्ता सामाजिक दूरी का पालन करना भी भूल गए। इन चुनावों में चारों नगर निगम में कुल 1,38,666 वोटर, नगर पंचायतों में 13,838 और टुटू, धर्मपुर व चौपाल ब्लॉक की पंचायतों में 1,60,400 वोटर थे। शहरी निकाय चुनाव ईवीएम से जबकि पंचायत चुनाव बैलेट पेपर से करवाए गए।
किस निगम में कितने फीसदी मतदान
धर्मशाला नगर निगम में 63.60 फीसदी, पालमपुर में 68.85 फीसदी, मंडी में 69.20 फीसदी और सोलन में 62.10 फीसदी मतदान हुआ। वहीं आनी नगर पंचायत में सर्वाधिक 80.9 फीसदी, निरमंड में 78.5 फीसदी, नेरवा में 76.6 फीसदी, चिडग़ांव में 78.8 फीसदी, कंडाघाट में 78.1 और अम्ब नगर पंचायत में 76 फीसदी लोगों ने मतदान किया।
धर्मपुर की पंचायतों में कम मतदान
धर्मपुर ब्लॉक की 54 पंचायतों में सबसे कम 43 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया, जबकि शिमला के चौपाल ब्लॉक की 48 पंचायतों में 79 फीसदी और टुटू ब्लॉक की 34 पंचायतों में 63.6 प्रतिशत मतदाताओं ने नए प्रधान चुनने को वोट दिए क्योंकि इन तीनों पंचायतों में हाईकोर्ट के प्रतिबंध के कारण बीते जनवरी महीने में प्रधान पद के चुनाव नहीं हो पाए थे।